अस्पताल से छुट्टी के बाद व्हाइट हाउस लौटे ट्रंप, बोले - कोरोना से डरने की जरूरत नहीं

Update: 2020-10-06 05:58 GMT

वाशिंगटन। कोरोना वायरस से संक्रमित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आर्मी अस्पताल में चार दिन तक इलाज कराने के बाद सोमवार की देर रात व्हाइट हाउस लौट आए। इस दौरान 77 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप स्वस्थ नजर आए। अपनी फिटनेस दिखाते हुए आवास पर जाने के समय डोनाल्ड ट्रंप लिफ्ट के बजाय सीढ़ी चढ़ते दिखे और उन्होंने पत्रकारों का हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया। बताया जा रहा है कि ट्रंप पूरी तरह से कोरोना से ठीक नहीं हो पाए हैं, मगर उनकी तबीयत में काफी सुधार हुआ है, जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

डोनाल्ड ट्रंप को डॉक्टरों द्वारा इलाज करने के बाद वॉल्टर रीड नेशनल मेडिकल सेंटर से छुट्टी दे दी गई। डॉक्टरों की टीम ने पाया कि राष्ट्रपति ट्रंप घर वापस जाने के लिए पूरी तरह से फिट हैं। दरअसल, गुरुवार की रात कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप को शुक्रवार को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी पत्नी मेलानिया भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं।

वॉल्टर रीड नेशनल मेडिकल सेंटर से डिस्चार्ज होने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा था कि जल्द ही चुनावी कैंपेन में वापस आऊंगा, फेक न्यूज केवल फेक पोल दिखाता है। इससे पहले सेना के अस्पताल में भर्ती कोविड-19 से पीड़ित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने समर्थकों का अभिवादन करने के लिए गाड़ी में सवार होकर निकले और सबको चौंका दिया था।

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में कहा, 'मैं आज शाम 6.30 बजे ग्रेट वॉल्टर रीड मेडिकल सेंटर से निकलूंगा। मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है और आप इसे अपने जीवन पर हावी ना होने दें। हमनें अपने शासन के दौरान कुछ बेहतरीन दवाएं और जानकारियां विकसित की हैं। मैं 20 साल पहले जैसा महसूस करता था, उससे भी अच्छा महसूस कर रहा हूं।'

डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी के नेता हैं और वह दूसरी बार भी राष्ट्रपति निर्वाचित होने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं। उनके प्रतिद्वंद्वी के रूप में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो. बाइडेन खड़े हैं जो देश के उपराष्ट्रपति रह चुके हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव तीन नवंबर को होना है। ट्रंप अपने पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट में हिस्सा ले चुके हैं और अगला डिबेट 15 अक्टूबर को होगा।

दिल्ली के खिलाफ हार के बाद विराट कोहली ने गलती स्वीकारी

नई दिल्ली। श्रेयस अय्यर की अगुवाई में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) युवा खिलाड़ियों से सजी दिल्ली कैपिटल्स ने सितारों से भरी विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से आसानी से हरा दिया। दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 196 रन बनाए। टीम की तरफ से ऑलराउंडर मार्कस स्टोयनिस ने सर्वाधिक 53 रन बनाए। इसके अलावा सलामी बल्लेबाजों पृथ्वी शॉ (42) और शिखर धवन (32) ने भी उपयोगी पारियां खेली। इसके जवाब में आरसीबी का पुलिंदा मात्र 137 रनों पर बंध गया। टीम की तरफ से विराट कोहली अकेले लड़े लेकिन जीत नहीं दिला सके। उन्हें पर्पल कैप होल्डर कगिसो रबाडा ने पवेलियन भेजा। मैच के हारने के बाद विराट ने बताया है कि टीम ने किस मौके पर दिल्ली कैपिटल्स को हावी होने का मौका दिया।

आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया कि बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी के बाद उन्होंने दिल्ली के बल्लेबाजों को खुलकर रन बनाने का मौका दिया। कोहली ने कहा कि चीजें हमारे पक्ष में नहीं रहीं। उनकी शुरुआत शानदार रही और फिर अगले आठ ओवर में हम वापसी करने में सफल रहे लेकिन अंतिम ओवरों में बाजी हमारे हाथ से निकल गई। कोहली को मलाल है कि उनकी टीम की फील्डिंग भी अच्छा नहीं रही।

उन्होंने कहा कि हमें महत्वपूर्ण मौकों को भुनाने की जरूरत है। हमने मुश्किल कैच नहीं बल्कि बिलकुल आसान कैच टपकाए। एक बार फिर हम योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में नाकाम रहे। आगामी मैचों में टीम में बदलाव की संभावना पर कोहली ने कहा कि क्रिस आज भी खेलने के काफी करीब था लेकिन टीम में जगह नहीं बना पाया। अगले मैच से पहले हमारे पास चार दिन का समय है और उम्मीद है कि वह उस मैच के लिए तैयार रहेगा।

मैन ऑफ द मैच चुने गए अक्षर ने कहा कि वह पावर प्ले में गेंदबाजी के लिए तैयार थे। बाएं हाथ के इस स्पिनर ने कहा कि विकेट से गेंद धीमी आ रही थी और मैं पावर प्ले में गेंदबाजी करने के लिए तैयार था और मैंने इसके लिए तैयारी भी की थी। उन्होंने कहा कि मैंने योजना बनाई थी कि मैं गेंद की गति में विविधता लाऊंगा और लाइन तथा लेंथ में भी बदलाव करूंगा।

Tags:    

Similar News