बीजिंग। कोरोना महामारी की उत्पत्ति की जांच के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 10 विशेषज्ञों की एक टीम गुरुवार को वुहान पहुंची। यह टीम जाँच करेगी की कोरोना की उत्पत्ति चीन से हुई है अथवा नहीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की इस टीम को 10 महीने तक आनाकानी कर रोकने के बाद चीन की सरकार ने वुहान में जाँच करने की अनुमति दे दी है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने सोमवार को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ टीम के अपेक्षित आगमन की पुष्टि की है।
चीन पर आरोप है कि उसके वुहान शहर से ही विश्व भर में कोरोना फैला है। साल 2019 के अंत में मध्य चीनी शहर वुहान में इस वायरस का पहली बार पता चला था और तब से अब तक दुनिया भर में लगभग दो मिलियन लोगों की मौत हो चुकी है।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले यह आरोप लगाया था और इसे चीनी वायरस करार दिया था। इसके बाद से डब्ल्यूएचओ की टीम यहां जाकर जाँच की मांग कर रही थी लेकिन चीन की सरकार इस जांच के लिए नहीं मान रही थी। अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ने के बाद अब चीनी सरकार ने विशेषज्ञों को वुहान में जांच करने की अनुमति दी है।
वुहान पहुंची डब्ल्यूएचओ की यह टीम जांच शूरू करने से पहले दो सप्ताह तक क्वारंटाइन में रहेगी। इस क्वारंटाइन अवधि के दौरान विशेषज्ञ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चीनी वैज्ञानिक और चिकित्सा विशेषज्ञ से चर्चा करेंगे।डब्ल्यूएचओ की टीम में संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, जापान, ब्रिटेन, रूस, नीदरलैंड, कतर और वियतनाम के वायरस और अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम ने इस यात्रा को "वायरस स्रोत की पहचान करने के लिए महत्वपूर्ण मिशन" बताया है।