जम्मू-कश्मीर: शेख अब्दुल्ला की जयंती साल 2025 की छुट्टियों से गायब, NC ने बीजेपी पर लगाए आरोप
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में 2025 की छुट्टियों की सूची जारी होने के बाद राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है क्योंकि इस सूची में 5 दिसंबर को शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की जयंती को शामिल नहीं किया गया है। छुट्टियों की सूची सामने आने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता भाजपा पर निशाना साध रहे हैं।
शेर-ए-कश्मीर के नाम से मशहूर शेख अब्दुल्ला नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के संस्थापक और कश्मीरी राजनीति में एक कद्दावर नेता थे। उनकी जयंती को पहले सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाता था लेकिन 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद इसे समाप्त कर दिया गया।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस चूक के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है और उस पर कश्मीर के इतिहास का अनादर करने का आरोप लगाया है। एनसी के प्रवक्ता ने कहा, "यह क्षेत्र की विरासत के प्रति भाजपा की उपेक्षा को दर्शाता है।"
नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी द्वारा यह भी बताया कि, उसने पहले शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की जयंती की छुट्टी को बहाल करने के लिए उपराज्यपाल प्रशासन को एक प्रस्ताव भेजा था लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया।