बांग्‍लादेश में हिंदू मंदिरो पर हमला पार्ट - 2: जिहादी मानसिकता का शिकार हो रहे धार्मिक स्‍थल, अब तक इन 6 इस्‍कॅान मंदिरों पर टूटे इस्‍लामी कट्टपंथी…

Update: 2024-12-02 09:27 GMT

बांग्लादेश में हिंदू धर्मस्थलों पर हमलों की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इस्लामी कट्टरपंथियों की जिहादी मानसिकता के शिकार अब तक कई इस्कॉन मंदिर हो चुके हैं, जो न केवल धार्मिक आस्था के प्रतीक हैं बल्कि वैश्विक हिंदू संस्कृति और अध्यात्म के केंद्र भी हैं।

बांग्लादेश के अलग-अलग हिस्सों में स्थित इस्कॉन मंदिरों पर हाल के वर्षों में हमलों की घटनाओं ने धार्मिक असहिष्णुता और कट्टरपंथ का भयावह रूप उजागर किया है। इन हमलों में न केवल मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया है, बल्कि हिंदू श्रद्धालुओं को भी हिंसा और भय का सामना करना पड़ा है।

ये घटनाएं एक सुनियोजित साजिश की ओर इशारा करती हैं, जिसका मकसद न केवल हिंदू आस्था को चोट पहुंचाना है बल्कि एक समुदाय को कमजोर कर उसे जड़ से खत्‍म करना भी है।

इस लेख में हम आपको बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिरों पर हुए 6 प्रमुख हमलों की जानकारी देंगे, जो कट्टरपंथियों की मानसिकता और उनके इरादों को उजागर करते हैं।

इस्कॉन मंदिरों पर जिहादी हमले

1. ढाका में इस्कॉन मंदिर से तोड़फोड़ और लूटपाट (5 अगस्त 2024)


  • मेहेरपुर में मुस्लिम भीड़ ने प्रदर्शन की आड़ में इस्कॉन मंदिर पर हमला किया।
  • हमले में भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा देवी की मूर्तियों को क्षति पहुंचाई गई।
  • मुस्लिम भीड़ ने मंदिर के गहनों को लूटने और संपत्ति नष्ट करने का प्रयास किया।

2. ढाका में इस्कॉन मंदिर से तोड़फोड़ और लूटपाट (17 मार्च 2022)


  • 200 कट्टरपंथियों की भीड़ ने हनुमान जयंती के दौरान इस्कॉन मंदिर पर हमला किया।
  • भीड़ ने मंदिर में तोड़फोड़ की, मूर्तियों को क्षति पहुंचाई और लूटपाट की।
  • विवाद को धार्मिक नफरत फैलाने का प्रयास बताया गया।

3. इस्कॉन मंदिर पर हमला, 500 लोगों ने किया उत्पात (15 अक्टूबर 2021)


  • 500 कट्टरपंथियों की भीड़ ने इस्कॉन मंदिर पर हमला किया और संपत्ति को जलाने का प्रयास किया।
  • भीड़ ने मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया और श्रद्धालुओं को भी धमकाया।
  • इस्कॉन मंदिर के अनुयायियों ने घटना पर नाराजगी जताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की।
  • इस तरह के हमले हिंदू धर्मस्थलों और समुदाय पर योजनाबद्ध हमलों का हिस्सा हैं, जो धार्मिक असहिष्णुता को दर्शाते हैं।

4. इस्कॉन मंदिर पर हमले की साजिश, 5 गिरफ्तार (10 फरवरी 2020)


  • असार-उत-इस्लाम के पांच संदिग्ध सदस्यों को ढाका में गिरफ्तार किया गया।
  • गिरफ्तार आरोपियों में निमान उद्दीन (21), रेहान मुजाहिद (20), हाफिज उद्दीन शुमार (19), अख्तर सुयाफल उद्दीन (25), और मुबीन मुस्तफा उद्दीन (27) शामिल थे।
  • पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने ढाका में इस्कॉन मंदिर पर हमला करने की योजना बनाई थी।
  • उनके पास से मट्टे, बॉम और संदिग्ध सामग्रियां बरामद हुईं।

5. इस्कॉन मंदिर पर हमले में 2 भक्‍त घायल, 2 गिरफ्तार (11 दिसंबर 2015)

  • बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले में स्थित इस्कॉन मंदिर पर मुस्लिम उपद्रवियों ने गोलियों और बम धमाकों से हमला किया।
  • इस हमले में दो भक्‍त घायल हो गए।
  • पुलिस ने जांच के बाद घटना से संबंधित दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिनसे पूछताछ जारी है।

6. इस्कॉन मंदिर पर हमले में 2 भक्‍त घायल, 2 गिरफ्तार (14 मई 2009)

  • चिटगांव स्थित इस्कॉन के नंदनकानन श्री श्री गौर-निताई आश्रम पर आतंकवादियों ने हमला किया।
  • हमलावरों ने मंदिर की रसोई, भक्‍तों के आवास और गौर-निताई की मूर्तियों को नष्ट किया।
  • हमला इतना भयानक था कि उबलता हुआ पानी डालकर भक्‍तों को घायल कर दिया गया।
  • पुलिस की निष्क्रियता पर भक्‍तों ने विशेष प्रदर्शन किया।

इस्कॉन मंदिरों पर हमले न केवल धार्मिक स्थलों पर हुए हमले हैं, बल्कि यह मानवता और सह-अस्तित्व के मूल्यों पर भी चोट है। बांग्लादेश में इस्कॉन समुदाय को निशाना बनाना यह दर्शाता है कि कट्टरपंथी सोच और असहिष्णुता का दायरा कितना व्यापक हो चुका है। यह समय की मांग है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इन घटनाओं पर ध्यान दें और वहां के हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए।

इस्कॉन जैसे संगठन, जो शांति, भक्ति और मानव सेवा को बढ़ावा देते हैं, उन्हें संरक्षण देना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। इन हमलों के बावजूद, इस्कॉन के भक्‍त अपनी आस्था और सेवा कार्यों में दृढ़ हैं, जो यह दिखाता है कि नफरत कितनी भी बड़ी क्यों न हो, प्रेम और भक्ति की शक्ति हमेशा उससे बड़ी होती है।

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