पटना। बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित देश के करीब 30 करोड़ की आबादी के श्रद्धा और स्वच्छता के महापर्व छठ का सोमवार सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समापन हो गया । बिहार में गंगा घाट सहित कोसी गंडक बागमती और छोटी नदियों पर आज सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मुख्यमंत्री आवास में अपने परिवार के निकटतम सदस्यों के साथ उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया तथा राज्यवासियों की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिये ईश्वर से प्रार्थना की।इसी के साथ पिछले महीने से चल रही तैयारी प्रशासनिक व्यवस्था के बीच अपने अंजाम पर पहुंचकर संपन्न हो गई।
उगते हुए सूर्य देव को पारंपरिक तरीके से अर्घ्य देने के बाद तमाम व्रतियों ने अपने गांव और आसपास स्थित देवस्थान तथा कुल देवी-देवता का पूजन कर इस महाव्रत का पारण किया। पटना के दीघा घाट के आसपास रहने वाली महिला व्रती पैदल ही परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नदी के तट पर पहुंची। इस दौरान वे छठी माई की गीत गा रही थीं। गंगा तट पर पहुंचने पर सबसे पहले व्रतियों ने आम की दातुन से मुंह धोया। उसके बाद नदी के पानी में स्नान करने का सिलसिला शुरू हुआ। स्नान करने के बाद व्रतियों ने भगवान भास्कर को जल अर्पित किया।