मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र राज्य सहकारी (एमएससी) बैंक से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उपमुख्यमंत्री अजित पवार से संबंधित 65.75 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। इसमें कोरेगांव में स्थित चीनी मिल की जमीन, इमारत, प्लांट और मशीन शामिल हैं। ये संपत्ति संपत्ति पवार की पत्नी सुनेत्रा की थी।
ईडी ने कहा कि उसने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम, 2002 के प्रावधानों के तहत सतारा के चिमनगांव-कोरेगांव में स्थित जरंदेश्वर सहकारी चीनी कारखाना (एसएसके) की 65.75 करोड़ रुपये में 2010 में इसी कीमत में खरीदी गई थी। ये संपत्ति वर्तमान में गुरु कमोडिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है।रंदेश्वर शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड को पट्टे पर दिया गया। लिमिटेड जरंदेश्वर शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड के अधिकांश शेयर। लिमिटेड स्पार्कलिंग सॉयल प्राइवेट द्वारा आयोजित किया जाता है।
बता दें की इस मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 2019 में एक प्रकरण दर्ज किया था। जिसके आधार पर मणि लांड्रिंग मामले में जांच चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय का कहना है की 2010 में महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक ने जरंडेश्वर सहकारी शक्कर कारखाने को नीलाम किया था, लेकिन जानबूझकर इसकी कीमत कम तय की गई।