मुंबई। इंटीरियर डिजायनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप झेल रहे रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को रविवार को तलोबा जेल में शिफ्ट कर दिया गया। इससे पहले, उन्हें अलीबाग के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। तलोबा जेल के एसपी कौस्तुभ कुरलेकर ने पुष्टि करते हुए कहा, ''बैरक में शिफ्ट करने से पहले उन्हें कुछ दिनों तक जेल के अंदर बनी क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा।''
गोस्वामी को 4 नवंबर को दो अन्य आरोपियों- फिरोज शेख और नितेश सारदा के साथ गिरफ्तार किया गया था। यह पूरा मामला साल 2018 का है, जब एक इंटीरियर डिजायनर ने तीनों पर पैसे न लौटाने का आरोप लगाते हुए खुदकुशी कर ली थी। डिजायनर का आरोप था कि उन्होंने अर्नब गोस्वामी के लिए रिपब्लिक टीवी का स्टूडियो बनाया था, जिसके बाद गोस्वामी ने लाखों रुपये नहीं वापस किए। गिरफ्तार करने के बाद गोस्वामी को उसी दिन अलीबाग मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश किया गया था, जहां से उन्हें 18 नवंबर तक 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अर्नब गोस्वामी को सबसे पहले अलीबाग पुलिस थाने ले जाया गया, जहां से उन्हें अलीबाग प्राइमेरी स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया। गेट पर कई पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया था। चार दिनों तक रहने के बाद प्रशासन ने अर्नब गोस्वामी को तलोबा जेल में शिफ्ट करने का फैसला लिया है।
अर्नब गोस्वामी को रविवार सुबह जब पुलिस वैन से तलोबा जेल ले जाया जा रहा था, तब पुलिस ने आसपास कड़ी सुरक्षा कर रखी थी। एक सीनियर अफसर ने कहा कि सुबह तकरीबन 10 बजे अर्नब को पुलिस वैन से तलोबा जेल ले जाया गया और इसमें एक घंटे से भी कम समय लगा।