जम्मू में गुलाम नबी आजाद ने किया शक्ति प्रदर्शन, कहा - मेरी पार्टी से कांग्रेस हाईकमान में बौखलाहट
जम्मू। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद गुलाम नबी आजाद आज जम्मू में शक्ति प्रदर्शन कर अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत की। सुबह करीब 11 बजे गुलाम नबी आजाद जम्मू एयरपोर्ट पर पहुंचे जहां नेताओं व समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद आजाद ने अपने गांधीनगर स्थित निवास स्थान पर कुछ समय विश्राम किया और फिर शक्ति प्रदर्शन के लिए सैनिक कॉलोनी रैली स्थल पर पहुंच गए हैं। जहां उनके समर्थकों ने फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया।
उन्होंने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा की आज मेरे अलग पार्टी बनाने के ऐलान से उनके अंदर बौखलाहट बढ़ गई है। आजाद ने कहा कि उन्होंने 53 साल तक कांग्रेस की सेवा की है और उनके जैसे कई नेताओं ने मेहनत करके कांग्रेस को इस मुकाम पर पहुंचाया था लेकिन आज कांग्रेस जमीन से गायब हो गई है।
आजाद ने आगे कहा की कांग्रेस हमने बनाई है। हमने खून-पसीने से बनाई है। हमारे खिलाफ गलत अफवाहें फैलाने से नहीं बनी है। हमारे गरीबों, किसानों, नौजवानों, बहू-बेटियां हमारी नस-नस में हैं।राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए कहा की वो लोग जो हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी पहुंच केवल ट्वीट, SMS और कम्प्यूटर तक है। वो डिबेट में खुश रहें, उन्हें वही नसीब हो। हम बुजुर्गों, किसानों के साथ ठीक हैं। उन्हें उनकी बादशाहत मुबारक।यही वजह है कि कांग्रेस कहीं धरातल पर नजर नहीं आ रही है। उन्होने कहा, 'आज मैं कुछ नहीं हूं फिर भी राज्य की जनता से उन्हें इतना प्यार मिल रहा है. मेरी वजह से कई लोगों ने पार्टी से इस्तीफा दिया है आप सभी का शुक्रिया अदा करता हूं जो आपने मुझे इतना प्यार और समर्थन दिया है।
तीन दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे गुलाम नबी आजाद के भव्य स्वागत के लिए नेता और समर्थक पिछले चार दिनों से रैली को सफल बनाने के लिए जी-जान से जुटे थे। जम्मू एयरपोर्ट से लेकर रैली स्थल पर गुलाम नबी आजाद के स्वागत के लिए बैनर लगाए गए। इस दौरान उनके समर्थकों जबर्दस्त नारेबाजी की। रैली स्थल में 15 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। आजाद के समर्थन में अब तक प्रदेश के कई वरिष्ठ नेता कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे चुके हैं। अगले वर्ष प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने की संभावना है ऐसे में आजाद द्वारा बनाई जाने वाली नई पार्टी कश्मीर केंद्रित राजनीतिक दलों को कड़ी चुनौती दे सकती है। आजाद पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं और उन्हें राजनीति का बहुत लंबा अनुभव भी है। माना जा रहा है कि आजाद कुछ दिनों के उपरांत नई पार्टी की घोषणा भी करेंगे।