History of Chanderi City: मध्य प्रदेश के चंदेरी शहर का क्या है इतिहास? जानिए...

Update: 2024-05-19 04:28 GMT

History of Chanderi city of Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले में चंदेरी शहर स्थित है। यह एक ऐतिहासिक नगर है। इस शहर में बुन्देलों और मालवा के सुल्तानों की बनवाई गई कई इमारतें मौजूद हैं। जिसे हर साल हजारों और लाखों की संख्या में पर्यटक देखने आते हैं। चंदेरी शहर का जिक्र महाभारत में भी मिलता है। यह शहर बुन्देलखंडी शैली की साड़ियों के लिए काफी प्रसिद्ध है। बता दें चंदेरी, पारंपरिक हस्तनिर्मित साड़ियों का प्रसिद्ध केंद्र है।

चंदेरी पर गुप्त, प्रतिहार, गुलाम, तुगलक, खिलजी, अफगान, गौरी, राजपूत और सिंधिया वंश का शासन रहा है। राणा सांगा ने चंदेरी को महमूद खिलजी से जीता था। जब सभी प्रदेशों पर मुगल शासक बाबर का हक था तो 1527 में एक राजपूत सरदार ने चंदेरी पर अपनी पताका लहराई थी। इसके बाद चंदरी की बागडोर जाट पूरनमल के हाथों में आ गई थी। अंत में शेरशाह के द्वारा छल से पूरनमनल से इस किले पर कब्जा कर लिया गया था। चंदेरी शहर में 9वीं और 10वीं सदी के कई जैन मंदिर स्थित हैं। जिसकी वजह से भी यहां जैन तीर्थयात्री बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।

चंदेरी शहर में क्या कुछ खास?

चंदेरी किला

बुंदेला राजपूतों द्वारा बनावाया गया चंदेरी किला शहर का प्रमुख आकर्षण है। किले के मेन गेट को खूनी दरवाजे के नाम से जाना जाता है।

कोशक महल

खूनी दरवाजे को लेकर कहा जाता है कि इसका निर्माण महल को महमूद खिलजी ने बनवाया था। चंदेरी का किला चार भागों में बंटा हुआ है। इस महल का निर्माण 1445 ईस्वी में किया गया था।

परमेश्वर ताल

बुंदेला राजपूत राजाओं द्वारा बनवाए गए इस ताल के नजदीक एक मंदिर है।

ईसागढ़

यह चंदेरी से लगभग 45 किलोमीटर दूर है जहां कई खूससूरत मंदिर हैं जो दसवीं शताब्दी की शैली में बनाए गए हैं। यहां एक प्रसिद्ध क्षतिग्रस्त बौद्ध मठ भी है।

जामा मस्जिद

चंदेरी में जामा मस्जिद है यहां बड़ी संख्या में सैलानी घूमने के लिए आते हैं।

देवगढ़ किला

देवगढ़ किला चंदेरी से 25 किलोमीटर दूर स्थित है। इस किले में कई जैन मंदिर हैं। जहां बहुत ही पुरानी मूर्तियां हैं। किले के नजदीक 5वीं शताब्दी का विष्णु दशावतार मंदिर है जो अपनी नक्काशीदार स्तंभों के लिए मशहूर है।

कैसे पहुंचें चंदेरी?

अगर चंदेरी शहर की खूबसूरती और ऐतिहासिक इमारतों को देखना है तो आपके लिए ग्वालियर हवाई अड्डा सबसे बेहतर होगा। यहां से करीब 227 किलोमीटर दूर स्थित है। वहीं नजदीकी रेलवे स्टेशन अशोक नगर, ललितपुर हैं। यहां से हर रोज चंदेरी के लिए बसें चलती हैं। इसके अलावा झांसी, ग्वालियर, टीकमगढ़ से भी सड़क मार्ग के जरिए यहां पहुंचा जा सकता है।

Tags:    

Similar News