करहल विधानसभा उप चुनाव: फूफा - भतीजे की लड़ाई, क्या यादव बनाम यादव से भाजपा को होगा फायदा
करहल विधानसभा उप चुनाव : उत्तरप्रदेश। देश भर में 50 सीट पर उप चुनाव हैं लेकिन सभी की नजर अब उत्तरप्रदेश की 9 सीटों पर हैं। इन सीटों पर बीजेपी ने आज प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं लेकिन करहल में बीजेपी ने जो दांव खेला है उसका तोड़ सपा कैसे निकालेगी अब सभी यह सवाल कर रहे हैं। यहां फूफा और भतीजे के बीच लड़ाई है। एक को भाजपा ने टिकट दिया है तो दूसरे को सपा ने। मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि रही करहल में क्या भाजपा कमल खिला पाएगी यह बड़ा सवाल है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करहल सीट छोड़ने के बाद इस सीट पर अब उप चुनाव होने जा रहे हैं। यहां से बीजेपी ने अनुजेश यादव को टिकट दिया है। वहीं सपा ने करहल से तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया है। अनुजेश यादव मुलायम सिंह यादव के परिवार से ही आते हैं। तेज प्रताप यादव, अनुजेश यादव के भतीजे लगते हैं।
करहल के राजनीतिक इतिहास की बात की जाए तो यह सपा का गढ़ है। यहां मुलायम सिंह यादव के परिवार का दबदबा है। बीते सालों में सपा को किसी दल से चुनौती नहीं मिली है। यह सीट इस उप चुनाव में हॉट सीट इसलिए बन गई क्योंकि, यहां बीजेपी ने बड़ा दाव खेलते हुए यादव परिवार के ही एक सदस्य को टिकट दे दिया है।
कौन हैं अनुजेश यादव :
अनुजेश यादव सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के भाई अभयराम यादव की बेटी संध्या यादव के पति हैं। संध्या यादव आजमगढ़ से सपा सांसद धर्मेंद्र यादव की सगी बहन हैं। संध्या यादव मुलायम परिवार की पहली बेटी थीं जिन्होंने राजनीति में कदम रखा था। अब उनके पति भी सियासी मैदान में है और अपने ही परिवार के सदस्य को चुनौती दे सकते हैं।
संध्या यादव और उनके पति को सपा ने पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद दोनों ने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। उप - चुनाव में बड़ा डाव खेलते हुए अनुजेश यादव को मैदान में उतार दिया है जिससे लड़ाई यादव बनाम यादव हो गई है। बड़ा सवाल यह है कि, क्या यादव बनाम यादव से भाजपा को फायदा होगा या सपा का खिला अभेद रहेगा...।