नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड गिरफ्तार: कौन है फहीम खान, जिसने दंगों के लिए जुटाई 500 से ज्यादा की भीड़?

Update: 2025-03-19 11:14 GMT
कौन है फहीम खान, जिसने दंगों के लिए जुटाई 500 से ज्यादा की भीड़?
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नागपुर: दो दिन पहले नागपुर में हुई हिंसा के बाद अब स्थिति भले ही काबू में हो, लेकिन शहर में तनाव बना हुआ है। इस हिंसा के मामले ने कार्रवाही करते हुए पुलिस ने अब तक 50 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें हिंसा का मास्‍टर मांइड माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) का अध्यक्ष फहीम शमीम खान भी शामिल है। 

मामले में चार FIR दर्ज की गई हैं, जिनमें हिंसा की पूरी साजिश और घटनाक्रम का विस्तार से जिक्र किया गया है।

कौन है फहीम खान?

फहीम खान नागपुर में मुस्लिम समुदाय का स्थानीय नेता है और माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) का अध्यक्ष भी। वह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खिलाफ लोकसभा चुनाव भी लड़ चुका है। पुलिस के मुताबिक, नागपुर में हुई हिंसा में उसकी अहम भूमिका थी, और उसने भीड़ को भड़काने में मुख्य भूमिका निभाई।

FIR में फहीम खान पर क्या आरोप?

पुलिस के अनुसार फहीम नागपुर हिंसा का मास्‍टरमाइंड बताया जा रहा है। फहीम खान ने हिंसा के लिए 500 से ज्यादा दंगाइयों को इकट्ठा किया और हिंसा को बढ़ावा दिया था। दंगाइयों ने महिला पुलिसकर्मी के कपड़े उतारने और झड़प के दौरान उन्हें गलत तरीके से छूने की भी कोशिश की।

यह जानकारी गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR में सामने आई है। दंगाइयों ने भालदरपुरा चौक के पास रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए महिला अधिकारी के साथ अश्लील हरकत की थी।

पेट्रोल बम से हमले, महिला पुलिसकर्मियों से छेड़छाड़

पुलिस की FIR में यह भी कहा गया है कि भीड़ ने पेट्रोल बम बनाए और पुलिस पर फेंके। इसके अलावा, हिंसक भीड़ ने ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों से अश्लील हरकतें कीं। आरोपियों ने महिला कांस्टेबल्स को जबरन छूने, अभद्र इशारे करने और गंदी गालियां देने का भी अपराध किया।

पुलिस अब फहीम खान और उसके समर्थकों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस हिंसा के पीछे एक बड़ी साजिश हो सकती है और अन्य संभावित मास्टरमाइंड की भी जांच की जा रही है।

नागपुर में हुई यह हिंसा सिर्फ एक झड़प नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी। FIR के अनुसार, फहीम खान ने न केवल भीड़ को भड़काया, बल्कि हिंसा, पुलिस पर हमले और महिला पुलिसकर्मियों के यौन उत्पीड़न जैसी गंभीर घटनाओं को अंजाम दिलवाया। अब देखना होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में क्या कड़ी कार्रवाई करते हैं और क्या इस हिंसा के पीछे कोई और बड़ा नाम शामिल है?

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