मायावती ने अब भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निकाला: कहा- ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में बना स्वार्थी और अहंकारी...

पार्टी के दायित्व से हटाने के बाद आकाश आनंद की रिएक्शन से हुईं नाराज;

Update: 2025-03-03 16:20 GMT

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अब सोमवार को भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। एक दिन पहले रविवार को पार्टी के दायित्व से हटाने के बाद आकाश आनंद की रिएक्शन आने के बाद मायावती ने यह फैसला लिया है। इस संबंध में बसपा सुप्रीमो ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक पर जानकारी साझा की है। इसे बसपा की अंदरूनी कलह को खुलेआम फ्लोर पर आना समझा जा रहा है।

मायावती ने एक्स पोस्ट पर लिखा है 'बीएसपी की आल-इण्डिया की बैठक में कल आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण नेशनल कोऑर्डिनेटर सहित सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था। जिसका उसे पश्चाताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी, पर इसके विपरीत आकाश ने जो अपनी लम्बी-चौड़ी प्रतिक्रिया दी है, वह उसके पछतावे व राजनीतिक मैच्योरिटी का नहीं बल्कि उसके ससुर के ही प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी एवं गैर-मिशनरी है। जिससे बचने की सलाह मैं पार्टी के ऐसे सभी लोगों को देने के साथ दण्डित भी करती रही हूं। अतः परम पूज्य बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान एवं स्वाभिमान मूवमेंट के हित में और मान्यवर कांशीराम की अनुशासन की परंपरा को निभाते हुए आकाश आनन्द को, उनके ससुर की तरह, पार्टी व मूवमेंट के हित में पार्टी से निष्कासित किया जाता है।

आकाश आनंद के इस बयान पर मायावती ने लिया बड़ा फैसला : 

बता दें कि सभी पदों से हटाए जाने पर रविवार को आकाश आनंद ने एक्स पर लिखा था 'मैं परम पूज्य आदरणीय बहन कु. मायावती जी का कैडर हूं। उनके नेतृत्व में मैंने त्याग, निष्ठा और समर्पण के कभी न भूलने वाले सबक सीखे हैं, ये सब मेरे लिए केवल एक विचार नहीं, बल्कि जीवन का उद्देश्य हैं। आदरणीय बहन जी का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर के समान है, मैं उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं उस फैसले के साथ खड़ा हूं।'

आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा :

 आगे लिखा था कि 'आदरणीय बहन कु. मायावती जी द्वारा मुझे पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का निर्णय मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावनात्मक है, लेकिन साथ ही अब एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है। ऐसे कठिन समय में धैर्य और संकल्प ही सच्चे साथी होते हैं। बहुजन मिशन और मूवमेंट के एक सच्चे कार्यकर्ता की तरह, मैं पार्टी और मिशन के लिए पूरी निष्ठा से काम करता रहूंगा और अपनी आखिरी सांस तक अपने समाज के हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा। कुछ विरोधी दल के लोग ये सोच रहे हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरा राजनीतिक करियर समाप्त हो गया, उन्हें समझना चाहिए कि बहुजन मूवमेंट कोई करियर नहीं, बल्कि करोड़ों दलित, शोषित, वंचित और गरीबों के आत्मसम्मान एवं स्वाभिमान की लड़ाई है। यह एक विचार है, एक आंदोलन है, जिसे दबाया नहीं जा सकता। इस मशाल को जलाए रखने और इसके लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने के लिए लाखों आकाश आनंद हमेशा तैयार हैं।'

भतीजे को किया बाहर और भाई पर जताया भरोसा :

 बता दें कि बसपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को पार्टी मुख्यालय पर हुई बैठक में भतीजे आकाश आनंद को सभी पदों से हटाते हुए कहा था कि अब उनका करियर खराब हो गया है। वहीं, अपने भाई आनंद कुमार राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के साथ ही राष्ट्रीय संयोजक भी बना दिया है। इसके अलावा राज्यसभा सांसद राम जी गौतम नेशनल कोऑर्डिनेटर बनााया है। इस मौके पर मायावती ने भी साफ कर दिया था कि जब तक वह जिंदा हैं, तब तक वही पार्टी की उत्तराधिकारी हैं। इसके बाद ही आकाश आनंद ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।

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