प्रधानमंत्री ने पंजाब को दी कैंसर अस्पताल की सौगात, कहा -स्वास्थ्य क्षेत्र में आज 6 मोर्चो पर काम हो रहा है
प्रधानमंत्री ने मोहाली में 'होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र' का किया उद्घाटन
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा है कि आज पूरा पंजाब प्रधानमंत्री के स्वागत में पलकें बिछाकर बैठा है। कुछ समय पहले यहां सत्ता संभाल रही सरकार ऐसी थी, जिसके राज में न जनता सुरक्षित थी और न प्रधानमंत्री। 05 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पंजाब दौरे में उनकी सुरक्षा में सेंध लगाए जाने को दुखद घटना करार देते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को नियंत्रित किया है।
भगवंत मान चंडीगढ़ के निकट मुल्लांपुर में बने होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री का स्वागत कर रहे थे। 660 करोड़ की लागत से बने 'होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र' में 300 बिस्तरों की क्षमता है। अस्पताल में कैंसर के सभी प्रकार के उपचार, सर्जरी, रेडियोथिरेपी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी- कीमोथिरेपी, इम्यूनोथिरेपी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध होगी। पंजाब के संगरूर में 100 बिस्तरों वाला अस्पताल इसकी शाखा के रूप में कार्य करेगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कैंसर पंजाब में अपनी जड़ें गहरी करता जा रहा है। मान ने बताया कि वह आठ साल सांसद रहे और हर माह गंभीर बीमारी के तीन रोगियों का प्रधानमंत्री रिलीफ फंड के माध्यम से उपचार करवाते रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब में कैंसर इस कदर बढ़ा कि यहां वर्ष 2013 में सीएम कैंसर राहत कोष की स्थापना की गई है। जिसके माध्यम से अब तक करीब 69 हजार कैंसर रोगियों को 888 करोड़ की मदद दी जा चुकी है।भगवंत मान ने प्रधानमंत्री के समक्ष पंजाब की मांगें उठाते हुए कहा कि यह सीमावर्ती राज्य है। जिसके चलते पंजाब सरकार बीएसएफ तथा केंद्र सरकार के साथ मिलकर पंजाब वासियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा की भारत को विकसित बनाने के लिए उसकी स्वास्थ्य सेवाओं का भी विकसित होना उतना ही जरूरी है। जब भारत के लोगों को इलाज के लिए आधुनिक अस्पताल मिलेंगे, आधुनिक सुविधाएं मिलेंगीं, तो वो और जल्दी स्वस्थ होंगे, उनकी ऊर्जा सही दिशा में लगेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में स्वास्थ के क्षेत्र में जितना काम पिछले 7-8 साल में हुआ है, उतना पिछले 70 साल में भी नहीं हुआ। आज स्वास्थ के क्षेत्र के लिए गरीब से गरीब को आरोग्य की सुविधा के लिए आज एक नहीं, दो नहीं, छह मोर्चों पर एक साथ काम करके देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारा जा रहा है।
- पहला मोर्चा - प्रिवेंटिव हेल्थकेयर को बढ़ावा देने का।
- दूसरा मोर्चा - गांव-गांव में छोटे और आधुनिक अस्पताल खोलने का।
- तीसरा मोर्चा - शहरों में मेडिकल कॉलेज और मेडिकल रीसर्च वाले बड़े संस्थान खोलने का।
- चौथा मोर्चा - देशभर में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाने का।
- पांचवा मोर्चा - मरीजों को सस्ती दवाइयां, सस्ते उपकरण उपलब्ध कराने का।
- छठा मोर्चा - टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके मरीजों को होने वाली मुश्किलें कम करने का।