पंजाब में धान खरीदी में सामने आई गड़बड़ी, उत्पादन से अधिक सरकार को बेचा
केंद्र सरकार कराएगी जांच
नईदिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के बीच पंजाब में धन खरीदी में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। यहां कुल उत्पादन से अधिक फसल की सरकारी खरीद हो गई है।केंद्र सरकार इस मामले में जांच कराने की तैयारी कर रही है
दरअसल, इस साल सरकार ने अब तक 673.53 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की है। जिसमें से सिर्फ पंजाब से 202.82 लाख मीट्रिक टन है, जोकि कुल खरीद का करीबी 30 प्रतिशत है। जबकि सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस साल पंजाब में महज 1.82 करोड़ टन धान उत्पादित हुआ है। सरकार को 20 लाख तन ज्यादा बेचा गया है। ऐसे में सवाल ये उठता है की जब धान की फसल ही कम हुई है तो सरकार को ज्यादा कैसे बेचीं गई। क्या यहां दूसरे राज्यों से सस्ते में धान लाकर बेचा गया? या फिर राइस मिलों में पिछले साल के रखे धान की दोबारा खरीद कर दी गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आधिकारिक सूत्रों ने राइस मिलों में रखा पुराना धान बेचने या अन्य राज्यों से कम कीमत पर धान लाकर बेचने की आशंका जताई है।केंद्र सरकार ने इस गड़बड़ी की जांच कराने के आदेश दे दिए है। सरकार खरीदे गए धान की एजिंग ( पुरानेपन) की जांच कराएगी। ये प्रक्रिया पंजाब सहित पूरे देश में अपनाई जाएगी।