ट्रेन से कर सकेंगे भारत से म्यांमार तक का सफर, रेल लिंक परियोजना को मंत्रालय ने दी मंजूरी

दोनों देशों के संबंध में आएगी मजबूती

Update: 2022-01-06 15:51 GMT

नईदिल्ली। भारत-म्यांमार संबंधों को और बेहतर बनाने के लिए रेलवे ने अपना काम तेज कर दिया है। जिसके तहत भारतीय रेलवे म्यांमार तक ट्रेन भेजने की तैयारी कर रहा है।  पूर्वोत्तर से म्यांमार सीमा तक भारतीय क्षेत्र में रेलवे लाइन बिछाने के लिए  रेल मंत्रालय ने बुधवार को सर्वे को मंजूरी दे दी है। मंत्रालय के अनुसार मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह की मांग पर 2 घंटे के अंदर यह मंजूरी दी गई है।   

दरअसल मणिपुर के मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मांग की थी म्यांमार तक रेल लाइन का विस्तार किया जाए। जिसके बाद रेल मंत्री ने अधिकारियों से चर्चा के बाद  रेल लाइन बिछाने के लिए सर्वे को मंजूरी दे दी है। इससे पहले भी म्यांमार तक रेलवे लाइन बिछाने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन रेल मंत्रालय ने इसे खारिज कर दिया। रेलवे के अनुसार भारत-म्यांमार रेल लिंक परियोजना के तहत इंफाल से मोरेह तक रेल खंड का निर्माण किया जाएगा। वर्तमान में भारतीय क्षेत्र में केवल इंफाल तक रेलवे लाइन है। इसकी सीमा में इसे मोरेह तक बढ़ाया जाएगा। जहां म्यांमार के रेलवे स्टेशन टामू से इसे जोड़ा जाएगा।

दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध स्थापित होंगे

भारत -म्यांमार रेल लिंक परियोजन से दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने और निकटतम पड़ोसी देश के साथ व्यापार, आर्थिक, सांस्कृतिक, सामाजिक संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा। सर्वे के अनुसार दोनों देशों के बीच 111 किलोमीटर की रेल लाइन  बिछाई जाएगी।

सभी पड़ोसी देशों के बीच रेल संपर्क का सपना 

मंत्रालय के अनुसार भारत सरकार सभी पडोसी देशों के साथ रेल संपर्क स्थापित करना चाहती है। इस क्षेत्र में रेल मंत्रालय के आदेश पर बांग्लादेश के चिल्लामारी और भारत में हल्दीबाड़ी के बीच रेल लिंक का काम चल रहा है. भारत और म्यांमार के बीच रेल लिंक के निर्माण से दोनों देशों के नागरिकों के बीच संबंधों में सुधार आएगा। यह आने वाले वर्षों में पूर्वोत्तर के सीमावर्ती राज्यों में इन रेल लाइनों के माध्यम से भारत-म्यांमार और बांग्लादेश के साथ नए रेल संपर्कनों के माध्यम से भारत-म्यांमार और बांग्लादेश के साथ नए रेल संपर्क भी जोड़ेगा। 


Tags:    

Similar News