कीव। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के पांच दिन बाद दोनों देशों के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रही। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव काम होने की संभावना कम हो गई है।बैठक कुल साढ़े तीन घंटा चली। बातचीत में यूक्रेन ने मांग रखी है कि रूस क्रीमिया और डोनबास समेत पूरे देश से अपनी सेना वापस इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा था कि रूस के साथ बातचीत का उनका मुख्य लक्ष्य तत्काल युद्धविराम और रूसी सैनिकों की वापसी है।
दूसरी ओर रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है हमारे परमाणु मिसाइल बल और उत्तरी व प्रशांत बेड़ों को विस्तृत युद्ध कर्तव्यों पर तैनात किया गया है।रूस की मीडिया एजेंसी 'स्पूतनिक' ने इसकी पुष्टि कर दी है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि रूस तुरंत संघर्ष विराम की घोषणा करे और यूक्रेन से अपने सैनिकों को वापस बुला ले। उन्होंने रूसी सैनिकों से कहा, पहले ही साढ़े चार हजार से अधिक रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं, अब आप लोग यहां क्यों आए हो। हथियार डाल दो और अपने कमांडरों और अफवाह फैलाने वालों पर विश्वास मत करो, बस अपनी जान बचाओ और देश छोड़कर चले जाओ। उन्होंने यूक्रेन की जेलों में बंद उन कैदियों को रिहा करने की घोषणा की है, जिनके पास सैन्य अनुभव है। वे लोग यदि रूस के खिलाफ जंग लड़ना चाहते हैं, तो उन्हें इसका मौका दिया जाएगा।
इस बीच यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने 28 फरवरी तक के आंकड़े जारी कर पांच दिनों में रूस के 5300 सैनिकों के मारे जाने की बात कही है। दावा किया गया है कि यूक्रेन की सेना ने रूस के 29 युद्धक विमान और 29 हेलीकॉप्टर भी मार गिराए हैं। 5 एंटी एयरक्राफ्ट वाहन और 191 टैंक तबाह करने का दावा भी किया गया है। रूसी सेना की 291 कारें, ईंधन के 60 टैंकर, तीन ड्रोन और 816 व्यक्तिगत सैन्य वाहन उड़ाने का दावा भी यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने किया है।