पुलवामा-2 : सुरक्षाबलों ने आतंकियों के मंसूबे पर फेरा पानी
'जंग-ए-बद्र' के दिन आत्मघाती हमले की थी साजिश
श्रीनगर। श्रीनगर के पुलवामा में पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की मदद से एक बड़ा आतंकी हमला होने से टल गया। सुरक्षाबलों न आईईडी से लदी सैंट्रो कार को समय रहते ही ट्रैक किया और उसे डिफ्यूज कर दिया। हालांकि कार ड्राइवर आतंकी मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस आईजी विजय कुमार ने बताया कि इस साजिश के पीछे जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था। सुरक्षाबलों ने कैसे आतंकियों के मंसूबे पर पानी फेरा, इसके बारे में उन्होंने विस्तार से बताया-
आईजी विजय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंसिंग में बताया, 'हमें पिछले एक हफ्ते से इनपुट मिल रहे थे कि जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मिलकर आत्मघाती हमले की फिराक में हैं। कल दिन में हमारी जानकारी पुख्ता हो गई। इसके बाद शाम को पुलवामा पुलिस ने सीआरपीएफ, सेना के साथ नाका पार्टी की मदद से सफेद सैंट्रो कार को ट्रैक किया।'
आईजी ने बताया, नाका पार्टी ने वॉर्निंग फायर किया जिसके बाद आतंकियों ने गाड़ी घुमाकर भागने की कोशिश की। इसके बाद उन्हें दूसरी वार्निंग दी गई जिसमें आतंकी चकमा देकर फरार हो गया। हमारी पार्टी से दूर से देखा और सुबह होने का इंतजार किया। सुबह सेना के साथ बम डिफ्युजल की टीम वहां पहुंची और वहां जाकर पता किया। इसके बाद बम को डिफ्यूज करके बहुत बड़ा हादसा होने से टाल दिया गया।
आईजी ने यह भी बताया कि शुरुआती इनपुट थे कि कार में 25 किलो तक विस्फोटक हो सकता है लेकिन जिस हिसाब से विस्फोट होने के बाद मलबा काफी ऊपर उठा था जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि 40 और 45 किलो तक आईईडी होगा।