BJP विधायक मंजू त्यागी ने SDM के सामने लूटे नामांकन पर्चे, देखती रह गई पुलिस, सपाइयों पर लाठीचार्ज

Update: 2024-09-12 16:36 GMT

BJP MLA Manju Tyagi Nomination Controversy : स्वदेश डेस्क। लखीमपुर में गुरुवार को फूड़बेहड़ सहकारी समिति के नामांकन में बवाल हो गया।किया। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो नोंक-झोंक शुरू हो गई। पुलिस और सपाइयों के बीच जोर आजमाइश और धक्का-मुक्की होने लगी। पुलिस ने लाठी लगाकर प्रदर्शनकारियों को आगे की तरफ बढ़ने से रोका। तभी सपा कार्यकर्ता पुलिस को धकेलने लगे। पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पूर्व विधायक रामसरन समेत अन्य सपा कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर मारा पीटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा- यूपी में गुंडई चल रही है। अब बुलडोजर किस बिल में घुस गया।


पुलिस ने समझाने का प्रयास किया तो सपाई आगे बढ़ने लगे


पुलिस ने प्रदर्शनकारी सपाइयों को खदेड़ा

 जानिए पूरा मामला...

समिति के 9 सदस्यों के लिए चुनाव, भरे जा रहे थे पर्चे लखीमपुर खीरी में लखपेड़ा, ओयल, फूलबेहड़ और अबगांवां में पैक्स सहकारी समिति का चुनाव 19 सितंबर को होना है। हर समिति के लिए 9 सदस्य चुने जाने हैं। गुरुवार, 12 सितंबर को नामांकन की आखिरी तारीख थी। नामांकन के लिए शाम 4 तक का समय निर्धारित था। ये सदस्य मिलकर अध्यक्ष चुनेंगे।

वहीं सपा नेताओं का आरोप है- फूलबेहड़ समिति पर सुबह 9 बजे आर.ओ शिरीष त्रिपाठी को पहुंचना था। लेकिन, चुनाव अधिकारी सुबह समिति पर नहीं आए। उनका फोन भी बंद जा रहा था। तब समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामपाल यादव ने डीएम से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।

डीएम के कहने पर दो समितियों पर पर्चे दिए गए, लेकिन प्रत्याशियों के पर्चे प्रशासन ने नेताओं के दबाव में दाखिल नहीं होने दिया। मामले को लेकर सपाइयों ने डीएम से कार्रवाई की मांग की। इसके बाद शाम 4 बजे सपा के कार्यकर्ता फूलबेहड़ बी पैक्स सहकारी समिति पहुंचे। यहां पर्चा दाखिल करने के दौरान सपा और पुलिस में खासी झड़प होने लगी।

सपा के पूर्व विधायक राम सरन और विनय तिवारी ने पुलिस प्रशासन पर सत्ता पक्ष के इशारे पर चुनाव में धांधली कराने के आरोप लगाया वही कार्यकर्ताओं ने समिति के अंदर जाने और नामांकन पत्रों को जल्द वितरण करने की मांग कर हंगामा शुरू कर दिया। चुनाव अधिकारी को जल्द बुलाने पर अड़े रहे। पुलिस से जमकर धक्का-मुक्की हुई।

उधर सीओ धौरहरा पीपी सिंह ने नियमावली समझाते हुए परिसर से 200 मीटर दूर रहने की हिदायत दी। एसडीएम सदर अश्वनी सिंह ने समझा-बुझाकर कर मामला शांत करने की कोशिश की। उम्मीदवार आकाश सिंह ने भाजपा विधायक मंजू और उनके समर्थकों पर नामांकन पर्चा फाड़ने और अभद्रता करने का आरोप लगाया। तभी फूलबेहड़, ईसानगर और खमरिया थाने की पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।

भाजपा विधायिका ने RO की टेबल से पर्चा उठाया!

इस दौरान एक शोसल मीडिया पर वीडियो सामने आया, जिसमें श्रीनगर विधानसभा से भाजपा विधायिका मंजू त्यागी का RO की टेबल से पर्चे उठाकर ले जा रही हैं। विधायक के साथ तमाम और लोग भी थे, जो RO की टेबल से पर्चे जबरन उठाकर ले जा रहे थे RO कुर्सी पर बैठे हुए पूरा घटनाक्रम देखते नजर आ रहे हैं। वे इस घटनाक्रम का कोई विरोध करते नहीं दिख रहे हैं।

वही श्रीनगर विधायिका मंजू त्यागी ने बताया- समिति पर सपा के लोग गड़बड़ी करा रहे थे। पूर्व विधायक राम सरन, विनय तिवारी समेत तमाम सपा नेता खड़े थे और बार-बार कमरे में घुसकर हमारे कार्यकर्ताओं से पर्चा छीन रहे थे। मुझे गड़बड़ी की सूचना मिली तो कमरे के अंदर गई थी। मैंने कोई पर्चा नहीं छीना, न ही फाड़ा है। वह वीडियो भी लाइए, जिसमें सपा के लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं।

भाजपा विधायिका मंजू त्यागी ने RO की टेबल से पर्चे छीने

सपा के पूर्व विधायक ने कहा- भाजपा विधायक ने पर्चा छीना सपा के पूर्व विधायक सुनील लाला का आरोप है- हम लोग सुबह साढ़े 10 बजे फूलबेहड़ सहकारी समिति पर पहुंचे। हमारे साथ जिलाध्यक्ष रामपाल भी थे। हमने डीएम से मुलाकात भी की। उन्होंने कहा- 11 बजे के करीब आरओ सहकारी समिति में पहुंचेंगे 11 से 12 बज गया, लेकिन आरओ नहीं आए 2 बजे के करीब काफी संघर्ष करने के बाद आरओ आए हालांकि पर्चा भरा गया। हमारे उम्मीदवारों का पर्चा भी जमा हो गया था, लेकिन पुलिस ने सत्ताधारी नेताओं से मिलकर पर्चे गायब करा दिए। विधायक ने आरओ से हमारा पर्चा छीन लिया। ये आरओ और प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वे मामले में कार्रवाई करें।

बीजेपी जिलाध्यक्ष बोले-जहां लाल टोपी वहां, गुंडागर्दी

बीजेपी जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने बताया- सहकारी समिति का चुनाव था। पिछली बार समाजवादी के गुंडों ने अराजकता फैलाई थी। आज भी सपा के पूर्व विधायक और उनके कार्यकर्ता आए। जबरन अंदर घुस गए। जबरदस्ती फॉर्म भर रहे थे, इसी सूचना पर विधायक मंजू त्यागी पहुंची थीं। हमारे कैंडीडेट के फॉर्म को बचाने का प्रयास किया है। झोला रखा था, उसे उठाया है। समाजवादी का इतिहास रहा है कि सदैव वे गुंडागर्दी करती है। जहां लाल टोपी वहां, गुंडागर्दी।

सपाइयों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा!

अखिलेश ने कहा- ये सत्ता पक्ष की गुंडई मामले में समाजवादी पार्टी ने निशाना साधा। उन्होंने X पर लिखा- लखीमपुर के श्रीनगर विधानसभा से भाजपा विधायिका मंजू त्यागी ने गन्ना समिति के चुनाव का पर्चा एसडीएम के हाथ से छीन लिया और तेजी से भाग गईं और योगी सरकार के जिम्मेदार मुंह ताकते रह गए। विधायिका के समर्थकों से गाली अलग खाए। अब सीएम योगी बताएं कि उनका बुलडोजर किस बिल में घुस गया है? क्या यही है सुरक्षा व्यवस्था और निष्पक्ष चुनाव? शर्म करें बेशर्मी छोड़ें और स्वीकार करें कि वे यूपी में गुंडई, माफियागिरी के पोषक और निर्देशक खुद हैं। सत्ता की ताकत और सत्ता के मद से ये गुंडई यूपी में चल रही है और खुद सीएम योगी इसके संरक्षण दाता हैं।



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