विवाह पंचमी आज: विवाह में आ रहीं हैं परेशानियां तो इस मंत्र का करें जाप, अपनाएं ये उपाय

मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को भगवान श्रीराम ने माता सीता से विवाह किया था।

Update: 2024-12-06 03:51 GMT

मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को भगवान श्रीराम ने माता सीता से विवाह किया था। इसलिए इसे श्रीराम विवाहोत्सव या फिर विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन जो भी अपने घर में रामचरितमानस या बालकांड का पाठ करते या कराते हैं उनके विवाह में आ रही सारी परेशानियां दूर हो जाती है। इस साल विवाह पंचमी आज यानी ६ दिसंबर को मनाई जा रही है।

आज कैसे कराएं राम - सीता का विवाह

  • विवाह पंचमी के दिन सबसे पहले राम सीता के विवाह का संकल्प लें।
  • भगवान राम और माता सीता की प्रतिमा की स्थापना करें। राम जी को पीले और सिया को लाल वस्त्र अर्पित करें।
  • अब सामने बैठकर विवाह प्रसंग का पाठ करें साथ ही "ऊं जानकीवल्लभाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • राम सिया का गठबंधन कर उनकी आरती करें।
  • अब अपने विवाह या मन पसंद वर के लिए प्रार्थना करें। गाँठ लगे वस्त्र अपने पास रख लें।

राम सीता विवाह करने से मिलेगा ये वरदान

बता दें विवाह पंचमी के दिन राम सीता का विवाह कराने या करने से मनचाहे साथी की प्राप्ति होती है साथ ही विवाह में आ रही बाधाएं भी दूर होती हैं। वैवाहिक जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिलती है। भगवान श्रीराम चेतना का प्रतीक हैं तो वहीं, माता सीता प्रकृति शक्ति की प्रतीक हैं। इस दिन चेतना और प्रकृति शक्ति का मिलना होता है।

विवाह पंचमी के दिन इन मंत्रों का करें जाप

प्रमुदित मुनिन्ह भावँरीं फेरीं। नेगसहित सब रीति निवेरीं॥ राम सीय सिर सेंदुर देहीं। सोभा कहि न जाति बिधि केहीं॥

सुनु सिय सत्य असीस हमारी। पूजिहि मन कामना तुम्हारी॥ नारद बचन सदा सुचि साचा। सो बरु मिलिहि जाहिं मनु राचा॥

इसके अलावा इस दिन नवदंपत्ति को अपने घर बुलाकर उन्हें सम्मान पूर्वक भोजन कराएं। और उन्हें उपहार देकर उनसे आशीर्वाद लें। ऐसा करने से भी विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।

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