जीते तो सब कुछ ठीक हारे तो ईवीएम दोषी
टिकट की चाहत में कांग्रेसी कर रहे हैं वफादारी और एकजुटता का प्रदर्शन
भोपाल/स्वदेश वेब डेस्क। अपने ही कार्यकर्ताओं की बगावत के चलते भोपाल की अधिकांश विधानसभा सीटों पर बार-बार हार का मुंह देख रही कांग्रेस इस बार फिर तैयारियों में जुट गई है। पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेसियों ने हार का ढीकरा ईव्हीएम मशीनों पर फोड़ा गया। इस बार भी टिकट मिलने से पहले कांग्रेसी जीत के लिए एकजुटता और कांग्रेस के प्रति निष्ठा की बात तो कर रहे हैं। लेकिन साथ ही ईव्हीएम मशीनों में गड़बड़ी में संभावना बताकर हार की स्थिति में बचाव का रास्ता भी साफ कर रहे हैं।
रोशनपुरा चौराहा पर स्थित भोपाल जिला कांग्रेस कार्यालय पर इन दिनों हर दिन कांग्रेसियों की बैठक चल रही हैं। बैठक में कांग्रेसियों को भोपाल की हर विधानसभा सीट पर जीत का संकल्प दिलाया जा रहा है। बैठकों में मौजूद कांग्रेस के टिकट दावेदार न केवल पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त कर रहे हैं। बल्कि इस बार प्रदेश में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया और प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ की चुनाव रणनीति पर तारीफों के पुल बांध रहे हैं।
बैठकों में मौजूद दाबेदार जहां अपनी चुनाव तैयारियों का बखान बैठकों में कर खुद को प्रबल दावेदार बता रहे हैं। वहीं जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा कांग्रेसियों को इस बात की समझाइस दे रहे हैं कि टिकट किसी भी कार्यकर्ता को मिले। पिछले चुनावों की तरह किसी को बगावती नहीं होना है। हालांकि बैठकों में कई ऐसे कार्यकर्ता भी पहुंच रहे हैं जो खुलकर इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि पिछले चुनाव में बाहरी एवं उनके नापसंद के दाबेदार को टिकट मिलने एवं प्रबल दावेदारी के बावजूद उन्हें टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के लिए काम नहीं किया था। लेकिन इस बार वह कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ बगावत नहीं करेंगे। कांग्रेस जिलाध्यक्ष कांग्रेसियों को समझाइस दे रहे हैं कि चुनावों में जहां ईव्हीएम में गड़बड़ी पर नजर रखना है। वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने पर तुरंत आयोग से शिकायत करनी है और हर हाल में गड़बड़ी को रोकने के लिए तैयार रहना है।
मंडलम के नियुक्ति पत्र तैयार
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया की रणनीति के तहत जिला कांग्रेस कमेटी भोपाल द्वारा नियुक्त किए गए मंडलम प्रभारियों के नियुक्ति पत्र तैयार हो चुके हैं। भाजपा की तर्ज पर कांग्रेस भी बूथ स्तर पर अपने कार्यकर्ताओं को दायित्व बांट रही है। सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को बैठकों में स्पष्ट निर्देश दिए जा रहे हैं कि किसी भी मंडलम क्षेत्र में मंडलम प्रभारी की अनुमति के बिना किसी भी प्रकार का कार्यक्रम अथवा आयोजन नहीं किया जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो यह अनुशासनहीनता के श्रेणी में आएगा।