सिर्फ एक लक्ष्य, कांग्रेस की बने सरकार : अजय सिंह
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष से बातचीत
सतना/स्वदेश वेब डेस्क। इस वर्ष मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में बुधवार को विधानसभा नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने चर्चा के दौरान बेबाकी से अपनी बात सामने रखी। उन्होंने स्पष्ट किया कि विधानसभा चुनाव में फिलहाल मुख्यमंत्री का कोई चेहरा नहीं है। उनका और पार्टी के अन्य सभी नेताओं का सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि कांग्रेस की सरकार बने। इसी लक्ष्य पर फोकस किया जा रहा है। इसी मकसद से पूरी कांग्रेस कार्य में जुटी है। यह जरूर है की 10 वर्ष यहां सत्ता में रहने के बाद हमारे खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी थी, जिसके कारण हम सरकार नहीं बना पाए। दोबारा वर्ष 2008 में हमारे पक्ष में वातावरण था परंतु टिकट वितरण में कुछ गलतियां हुईं, उसकी वजह से फिर सरकार नहीं बन सकी। इसके बाद 2013 में हमारे पास वातावरण नहीं था।
एट्रोसिटी : नुकसान सभी को होगा
एट्रोसिटी को लेकर अजय सिंह राहुल ने कहा कि इसका नुकसान सभी को होगा। अजा, जजा के मामले पर लोगो में आक्रोश है, सपाक्स की तरफ से भी विरोध देखने को मिला है। इसके लिए मुख्य रूप से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिम्मेदार हैं, जो बेतुके बयान देते हैं। शिवराज सिंह अपने आपको कानून से बड़ा मानते हैं। एक बात स्पष्ट कर दें कि कानून से ऊपर कोई नहीं है।
वादा खिलाफी से गुस्से में जनता
भाजपा जो वादा करके सरकार बनाने में सफल हुई थी उसमें एक भी वादे पूरे नहीं किए। किसान रूठा है, युवा बेरोजगारी का शिकार है। इनके कार्यकाल में सिर्फ भ्रष्टाचार हुए हैं। व्यापम घोटाला, ई-टेंडरिंग घोटाला, पीएससी परीक्षा मामला यही इस सरकार की पहचान बनी है। स्थानीय स्तर पर भी विकास की बजाय भ्रष्टाचार हुआ है जिससे लोगों में नाराजगी है और चुनाव में यही मुद्दे लेकर कांग्रेस जाएगी।
समन्वय स्थापित करेंगे दिग्विजय
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भूमिका पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस चुनाव में दिग्विजय सिंह समन्वय स्थापित करने का कार्य करेंगें। क्योंकि उनकी हर अंचल में पकड़ है और कार्यकर्ता उनसे जुड़े हुए हैं। एक सवाल के जवाब में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दिग्विजय सिंह हिन्दू आतंकवाद की नहीं बल्कि आतंकवाद की बात करते हैं। बाकी रही गुटबाजी की बात तो वह हर राजनैतिक दल में होती है। जिसे गुटबाजी नहीं कहना चाहिए। भोपाल का जंबूरी मैदान जहां महाकुंभ आयोजित किया गया वह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के विधानसभा क्षेत्र में आता है, लेकिन गौर को होर्डिंग में कहीं जगह नहीं दी गई। उमा भारती ने कहा कि बुलाया तो आ गए। कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्रों के नेताओं से ज्यादा नजदीक से जुड़े रहते हैं, जिसे गुटबाजी कह दिया जाता है।