भोपाल/स्वदेश वेब डेस्क। गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर समझौता हो गया है। राज्य की कुल 230 सीटों में से गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी 70 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी वहीं समाजवादी पार्टी 50 सीटों पर। सपा और गोंडवाना गठबंधन करके मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
बता दे कि कल शहडोल में टेक्निकल मैदान में सपा व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने मिलकर परिवर्तन रैली व जनसभा का आयोजन किया था। यही पर गोंगपा के अध्यक्ष हीरासिंह मरकाम ने यह घोषणा की।मरकाम ने मंच से ही कोतमा विधानसभा सीट से उम्मीदवार का ऐलान कर दिया। शहडोल संभाग की इकलौती सामान्य सीट से उन्होंने रामखिलामन तिवारी को गोंगपा का उम्मीदवार बताया, वहीं उन्होंने कहा कि सपा के साथ गठबंधन करके वो एमपी में चुनाव लड़ेंगे इस अवसर पर सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी उपस्थित थे। अखिलेश ने चुनावी सभा में घोषणाओं की भी बौछार की। उन्होंने कहा कि एक लाख 20 हजार में घर नहीं बनता हमारी सरकार आएगी तो हम गरीबों को घर बनाने के लिए तीन लाख देंगे. पोषण के लिए एक लीटर घी और दूध देंगे. हम एमपी में गोंगपा के साथ खड़े हैं। मुझे नहीं पता दूसरे दल के लोग क्या सोच रहे होंगे।
यह है कारण
प्रदेश में समाजवादी पार्टी के पास सिर्फ यादव जाति के ही वोटर हैं. पार्टी इन्हीं वोटरों के सहारे विधानसभा अथवा लोकसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारती रहती है। पिछड़े वर्ग की अन्य जातियों के साथ भी कोई तालमेल समाजवादी पार्टी नहीं बैठा पाती है. मुस्लिम वोटर जरूर उसकी प्राथमिकता में रहते हैं. समाजवादी पार्टी का कोई मजबूत संगठन भी राज्य में नहीं है।
लगातार घटता गया
सपा का जनाधार
वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने पहली बार सात सीटें जीतीं थीं. इस चुनाव में माहौल कांग्रेस विरोधी था. समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के कई बागी नेताओं को टिकट दिया था।वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में सपा ने कुल 161 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। इनमें 146 की जमानत जब्त हो गई थी। पार्टी को 5.26 प्रतिशत वोट मिले थे। वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में उसका वोट शेयर घटकर 2.46 प्रतिशत रह गया. मात्र एक सीट ही पार्टी जीत सकी। 183 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी कोई सीट नहीं जीत पाई थी. उसके 164 में से कुल तीन उम्मीदवार अपनी जमानत बचा पाए थे। उसका वोट शेयर 1.70 प्रतिशत बचा।