भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायकों के एक के बाद एक पार्टी से पलायन को लेकर पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डाक्टर गोविंद सिंह ने अप्रत्यक्ष रुप से मध्यप्रदेश कांग्रेस के मुखिया कमलनाथ पर निशाना साधते हुए अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़े किए हैं। डाक्टर गोविंद सिंह का कहना है कि संगठन कमजोर है, जिसके कारण विधायक पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। अगर संगठन मजबूत रहता, तो जिले का चौतरफा दबाव रहता, जिले में हमारा संगठन कमजोर होने के कारण ऐसी स्थिति पैदा हो रही है।
बता दें कि डाक्टर गोविन्द सिंह की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खास समर्थकों में की जाती है। पिछले दिनों मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने को लेकर कांग्रेस आलाकमान की सहमति के बावजूद उनके नाम का ऐलान अंतिम समय में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की सूचना देने के बावजूद यह कहकर रोक दिया गया था कि पार्टी के विधायक इस फैसले से संतुष्ट नही हैं। बाद में नेता प्रतिपक्ष के रुप में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने खुद अपने नाम पर आलाकमान की मंजूरी ले ली। जिसे लेकर डाक्टर गोविन्द सिंह नाराज चल रहे हैं। उनका यह बयान पार्टी मुखिया को आइना दिखाने वाला है।
एक तरफ भाजपा-कांग्रेस की संज्ञा डूबते जहाज से कर रही है, तो वहीं कांग्रेस के बड़े नेता और वरिष्ठ विधायक गोविंद सिंह कहते हैं, कोई कमी पार्टी की रही होगी तभी तो लोग भाग रहे हैं। हम आर्थिक रूप से कुछ दे नहीं सकते, लेकिन भाईचारे और आत्मीय संबंध से उन्हें रोक सकते हैं, कहीं ना कहीं संगठन की कमजोरी है। इसलिए कांग्रेस के प्रति लोगों का मोहभंग हो रहा है। राहुल गांधी को फिर से नेतृत्व सौंपने पर गोविंद सिंह ने कहाए श्कांग्रेस में एकल नेतृत्व नहीं होना चाहिए। उनकी मान्यता है कि पार्टी प्रजातांत्रिक तरीके से चले जहां एकीकरण होता है, वहां मतभेद और नाराजगी पैदा होती है, सामूहिक नेतृत्व में बहस और चर्चा होती है। तभी कुछ निकलता है।