कमलनाथ का ऐलान, आदिवासियों और कांग्रेस का डीएनए एक ही है, पेसा कानून में घोटाले का लगाया आरोप
कमलनाथ ने कहा कि बात चाहे निमाड़ की हो, मालवा की हो, चाहे नीमच की हो, सभी जगह से खबरें आती हैं आदिवासियों पर अत्याचार की और कई जगह की तो खबरें हम तक आ भी नहीं पाती हैं।
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सोमवार को राजधानी के मानस भवन में अमर शहीद गोंडवाना साम्राज्य के महाराजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि आदिवासियों और कांग्रेस का डीएनए एक ही है। लेकिन दुख की बात है कि आदिवासी भाइयों को अपने हक के लिए सड़कों पर उतरकर लड़ना पड़ रहा है, जबकि सबसे पहले प्रदेश पर हक आदिवासियों का है।
कमलनाथ ने कहा कि बात चाहे निमाड़ की हो, मालवा की हो, चाहे नीमच की हो, सभी जगह से खबरें आती हैं आदिवासियों पर अत्याचार की और कई जगह की तो खबरें हम तक आ भी नहीं पाती हैं। उन्होंने कहा कि 18 साल की भाजपा सरकार ने आदिवासी भाइयों को क्या दिया है? केवल उन्होंने उनसे छीना ही है। पेसा कानून भी कांग्रेस लाई थी जो अभी तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूरे तरीके से लागू भी नहीं कर पाई है। आदिवासी दिवस भी कांग्रेस ने बनाया और आदिवासी भाइयों का कर्जा माफ करने का काम भी हमने किया।
आदिवासी भाइयों के अधिकार का चुनाव
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 महीने में चुनाव है और यह चुनाव किसी पार्टी या कमलनाथ का चुनाव नहीं है। बल्कि आप सभी आदिवासी भाइयों के अधिकार का चुनाव है। प्रदेश के भविष्य का चुनाव है। इसलिए मैं आप सभी से कहना चाहूंगा और मुझे पता है कि आदिवासियों ने हमेशा सच्चाई का साथ दिया है और सच्चाई का साथ देते हुए आप सभी को इस बार संकल्प के साथ इस चुनाव में आइये अपनी बात को संक्षेप में रहते हुए बस यही कहूंगा कि इस बार आदिवासी भाइयों आप बस सच्चाई का साथ दे।