Balaghat News: बालाघाट से सप्लाई किए गए 10 करोड़ के घटिया चावल, फिर भी मिलर्स को नहीं किया गया ब्लैकलिस्ट, जानिए पूरा मामला

लोगों का कहना है कि चार साल बीत चुके हैं जब से घटिया चावल सप्लाई किया गया है, लेकिन बालाघाट और मंडला में घटिया चावल सप्लाई करने वाले मिलर्स को ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया ।

Update: 2024-07-05 10:22 GMT

Balaghat News: बालाघाट। जिले के चावल मिलर्स ने 2019-20 के दौरान खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम को 10 करोड़ रुपये का घटिया चावल सप्लाई किया। यह मामला भारत सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के सहायक आयुक्त विश्वजीत हलदर के निरीक्षण के दौरान सामने आया। उन्होंने 21 अगस्त, 2020 को मध्य प्रदेश सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव को घटिया चावल सप्लाई के संबंध में पत्र लिखा।

पत्र में हलदर ने लिखा कि उन्होंने चावल के 32 नमूने लिए थे, और यह बात सामने आई कि रिसाइकिल किया गया चावल मानव उपभोग के लिए उपयुक्त नहीं है। उन्होंने पीएस को निर्देश दिया कि मिलर्स को ब्लैक लिस्ट किया जाए और चावल को सीएमआर में जमा किया जाए।

घटिया चावल सप्लाई हुए चार साल बीत गए, लेकिन बालाघाट और मंडला में घटिया चावल सप्लाई करने वाले राइस मिलर्स को ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया। जबलपुर के पुलिस उपाधीक्षक राजवर्धन माहेश्वरी (आर्थिक अपराध शाखा) ने मामले की जांच कर एफआईआर दर्ज कराई। इसके बावजूद प्रशासन ने मिलर्स के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। मामला दबा दिया गया। 3.68 करोड़ का चावल अनुपयुक्त पाया गया।

28 जून को शिवपुरी और श्योपुर में पीडीएस दुकानों पर वितरण के लिए करीब 52 हजार बोरी चावल भेजा गया था। लेकिन 3.60 करोड़ रुपए कीमत का 24,500 बोरी चावल खाने लायक नहीं निकला। प्रशासन राइस मिलर्स के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। जब यह मामला जिला प्रबंधक पंकज बोरसे के समक्ष उठाया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। करीब 250 बोरी चावल घटिया होने के कारण दबा दिया गया।

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