शिवराज कैबिनेट ने इकबाल सिंह बैस को दी विदाई, वीरा राणा ने संभाला कार्यभार
भोपाल। 1988 बैच की आईएएस अधिकारी वीरा राणा ने गुरूवार को मप्र के मुख्य सचिव पद पदभार ग्रहण कर लिया। पूर्व सीएस इक़बाल सिंह बैस आज रिटायर हो गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज कैबिनेट बैठक में उन्हें विदाई दी।
पूर्व सीएस बैस ने विदाई के मौके पर कहा कि यह एक पड़ाव, कोई अंत नहीं। काम करते रहेंगे, सक्रियता बनी रहेगी। आनंद विभाग को उन्होंने अपनी प्रमुख उपलब्धि बताई।
मुख्यमंत्री ने की तारीफ -
वहीँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि "अपने लिए जिएं तो क्या जिएं, देश-समाज के लिए जीना ही जीना है, बैंस ने ये यही कर दिखाया है। उन्होंने अच्छा काम किया। जो भी काम उन्हें सौंपे गए, उन्होंने बिना किसी तनाव और दबाव के पूरे किए। कोविड के दौरान भी उन्होंने बेहतर काम कर दिखाया। सीएम राइज स्कूल, सिटीजन चार्टर और आनंद विभाग उनकी बेहतर उपलब्धियां रहीं।"
इकबाल सिंह बैंस -
1985 बैच के आईएएस अधिकारी इकबाल सिंह बैंस अपनी 38 वर्ष से अधिक की सेवा पूरी कर आज सेवा निवृत्त हो गए। जून-1986 से सहायक कलेक्टर, खण्डवा के रूप में उन्होंने नौकरी की शुरुआत की थी। उन्होंने छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर और कांकेर में भी अपनी सेवाएं दीं। वे कलेक्टर के रूप में सीहोर, खण्डवा, गुना और भोपाल जिलों में पदस्थ रहे। राज्यपाल और मुख्यमंत्री दोनों के सचिव के रूप में भी उन्होंने कार्य किया। उन्होंने कृषि, ग्रामीण विकास, वाणिज्यिक कर, पर्यटन, विमानन, आवास एवं पर्यावरण, लोक सेवा प्रबंधन, आनन्द, संसदीय कार्य, उद्यानिकी, ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभागों में अपनी सेवाएं दीं। इसके अवाला वे भारत सरकार में संयुक्त सचिव भी रहे।
वे माध्यमिक शिक्षा मण्डल अध्यक्ष, राजस्व मण्डल अध्यक्ष-ग्वालियर, अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ गुड गवर्नेस और महानिदेशक प्रशासन अकादमी के महानिदेशक भी रहे। बैंस ने 25 मार्च-2020 को मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव का पदभार संभाला और इस पद पर उन्होंने तीन वर्ष आठ माह से अधिक समय तक कार्य किया। लोक सेवा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से पुरस्कार प्राप्त हुआ।
प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव बनीं वीरा राणा
इकबाल सिंह बैंस की विदाई के साथ ही वरिष्ठ आईएएस वीरा राणा ने कार्यवाहक मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया है और इसके साथ ही उन्होंने कामकाज की शुरुआत भी कर दी है। यह दूसरा अवसर है, जब मध्य प्रदेश में कोई महिला अधिकारी को मुख्य सचिव पद का दायित्व मिला है। इससे पहले प्रदेश में 1960 बैच की अधिकारी निर्मला बुच को भाजपा सरकार में 22 सितंबर 1991 को मुख्य सचिव बनाया गया था। वह एक जनवरी 1993 तक मुख्य सचिव रहीं। इसके बाद वीरा राणा प्रदेश की दूसरी ऐसी महिला अधिकारी हैं, जिन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 26 मार्च 1964 को जन्मीं वीरा राणा वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष हैं और उनके पास कृषि उत्पादन आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार है। इसके साथ ही अब उन्हें मुख्य सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। चुनाव आयोग की सहमति मिलने के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने बुधवार देर शाम वीरा राणा को वर्तमान दायित्व के साथ मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार देने के आदेश जारी कर दिए थे।वीरा राणा इससे पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, खेल और युवा कल्याण, प्रशासन अकादमी और कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। सेवानिवृत्त हो रहे मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के बाद वीरा राणा प्रदेश में उपलब्ध अधिकारियों में सबसे वरिष्ठ हैं।