भोपाल, विनोद दुबे। मध्यप्रदेश के परिवहन आयुक्त वी. मधुकुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मधुकुमार विभागीय परिवहन निरीक्षकों एवं अधिकारियों से वार्ता करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो वायरल करने वाले कुछ लोगों का दावा है कि विभागीय अधिकारियों से अपेक्षाओं की पूर्ति की जा रही है। वहीं परिवहन आयुक्त ने इस दावे को सिरे से खारिज किया है। इस वीडियो को योजनाबद्ध तरीके से तैयार कराकर इसे वायरल कराने के पीछे विभाग का ही एक बाबू संदेह के घेरे में है।
वायरल हुए 5 मिनट 35 सेकंड के इस वीडियो में नजर आ रहा है कि परिवहन आयुक्त वी. मधुकुमार किसी रेस्टहाउस के कमरे में सोफे पर अकेले बैठे मोबाइल देख रहे हैं। इस बीच विभाग के कुछ अधिकारी कर्मचारी उनके पास आते हैं और कुछ सामग्री परिवहन आयुक्त श्री मधुकुमार को सौंपते हैं। मधुकुमार उस सामग्री को अपने ब्रीफकेश में रखते और कुछ लिखते दिखाई देते हैं तथा अंत में ताला लगाकर एवं ब्रीफकेश को सोफे पर रखा छोडक़र बाहर निकलते दिखाई देते हैं।
परिवहन आयुक्त का रेस्टहाउस में वीडियो तैयार कराने और इस वीडियो को वायरल कराकर रिश्वतखोरी के रूप में प्रस्तुत कराने का संदेह विभाग के एक राजपत्रित बाबू पर जा रहा है। बताया जा रहा है कि आधा दर्जन से अधिक पूर्व परिवहन आयुक्तों के कार्यकाल में सर्वेसर्वा रहे इस बाबू की स्वच्छंदता पर मधुकुमार ने अंकुश लगा दिया है। इस बाबू के स्थान पर वे स्वयं ही विभाग के अधिकारियों से मिल और चर्चा कर रहे हैं। ताकि कार्यालयीन प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता रहे। वे उनकी समस्याएं भी पूछ रहे हैं और उनका निराकरण भी कर रहे हैं। इस कारण दो दशक से मनमर्जी करता रहा यह बाबू तनाव में है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि विभाग में अपनी राह के कांटों को निकालने के लिए यह बाबू पहले भी इस तरह की हरकतें करते रहे हैं। वीडियो देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि वायरल वीडियो सीसीटीवी कैमरे से नहीं, बल्कि अच्छी गुणवत्ता के हिडन कैमरे से बनाया गया है। यह कैमरा या तो घड़ी में सेट किया गया है या फिर घड़ी के पीछे सटाकर। इस कैमरे का ऐंगल भी ठीक उस सोफे की ओर 45 डिग्री निर्धारित किया गया है, जहां परिवहन आयुक्त बैठे थे। वीडियो देखकर सहज अनुमान लगया जा सकता है कि यह प्रायोजित वीडियो है, जिसे योजनाबद्ध तरीके से वर्तमान परिवहन आयुक्त वी. मधुकुमार को निपटाने के लिए तैयार किया गया है। यहां उल्लेख करना आवश्यक है कि परिवहन विभाग के परिवहन चैक पोस्टों पर वाहन चालकों से हो रही अवैध वसूली के बंटवारे को लेकर विभाग में भारी उठापटक की स्थिति है। परिवहन चैक पोस्टों पर पदस्थापना से लेकर मासिक वसूली तक में बंटवारे पर लम्बे समय से विभाग में विवाद की स्थिति रही है।
कई अधिकारी कैमरे में शूट
बताया जा रहा है कि परिवहन आयुक्त को फंसाने वाले इस बाबू ने अपने निवास के बाहर और अंदर भी बहुत अच्छी गुणवत्ता के सीसीटीवी और हिडन कैमरों लगवा रखे हैं। ग्वालियर के आलीशान फार्महाउस में अपने ही विवाह की वर्षगांठ के दौरान भी यह कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगाकर तो कई जगह वीडियो ग्राफी कराकर उन अधिकारियों को शूट कर चुके हैं।
इन्होंने कहा
'विभागीय कार्रवाई के दौरान कई बार मैदानी अधिकारियों से चर्चा और रिपोर्ट लेनी होती है। वीडियो में इसे गलत रूप में प्रस्तुत किया गया है। मैंने वायरल वीडियो को वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में ला दिया है। वायरल करने वाले व्यक्ति पर कार्रवाई की प्रक्रिया भी की जाएगी।'
वी. मधुकुमार, परिवहन आयुक्त, मप्र शासन