राष्ट्र सेविका समिति की अनूठी पहल, पचास हजार महिलाओं ने किया ऑनलाइन योग
ग्वालियर। अदृश्य महामारी कोरोना संक्रमण की काली परछाई ने लोगों के चेहरों की मुस्कान छीन ली है। संक्रमण को खत्म करने के लिए लगाए गए लॉकडाउन ने लोगों को घरों में कैद कर दिया। उन्हें अपनी नियमित दिनचर्या बनाए रखने में खासा परेशानी होने लगी। हफ्तों-महीनों तक लोगों का मिलना-जुलना, घरों से निकलना बंद हो गया। यहां तक की नियमित व्यायामं से भी लोग दूर होने लगे। इस संकट की घड़ी में आमजन के पास तकनीकी युग में टीवी, मोबाइल व अन्य उपकरण ही थे, जिनमें वह दिनभर चिपके रहकर समय का उपयोग करते रहे। ऐसे समय में राष्ट्र सेविका समिति के केन्द्रीय कार्यालय नागपुर ने देशभर की चुनिंदा मातृशक्तियों व पदाधिकारियों से चर्चा कर विशेष कार्ययोजना बनाई और तय किया कि इस निराशामयी जीवन में लोगों के अंदर आशा की किरण भरने के लिए क्यों न आधुनिक तंत्रज्ञान (सोशल मीडिया) का उपयोग करते हुए उनके जीवन में खुशियां घोली जाएं।
समिति का यह भागीरथी प्रयास यहीं से शुरू हुआ और तय हुआ सात दिवसीय अखिल भारतीय योग शिविर का आयोजन। कोरोना संकट के बीच यह आयोजन करना भी इतना आसान नहीं था, इसलिए देशभर की मातृशक्तियां घंटों ऑनलाइन चर्चा कर रणनीति बनातीं और फिर जुट जाती आयोजन को सफल बनाने के लिए। नित-नए योग के टिप्स सीखतीं फिर उन्हें लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करतीं। मातृशक्तियों ने आधुनिक तंत्रज्ञान के माध्यम से योगासन को घर-घर तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। सभी की सक्रियता एवं अथक प्रयासों से आज यह भागीरथी प्रयास सफल होने जा रहा है। हम यहां बात कर रहे हैं राष्ट्र सेविका समिति द्वारा आयोजित किए गए साात दिवसीय अखिल भारतीय योग शिविर के बारे में।
समिति का यह शिविर ऑनलाइन प्रतिदिन प्रात: 5 से 8 बजे तक हुआ। देश व दुनियाभर में इस सार्थक प्रयास का नेतृत्व योग शिक्षिका अंबिका नागभूषण ने किया। शिविर से पूर्व चरणबद्ध कार्यक्रम तैयार करके देशभर में प्रशिक्षित शिक्षिकाओं का चयन किया, जो प्रतिदिन माताओं-बहनों को योग की बारीकियां सिखाती रहीं। इस आयोजन में देश एवं विदेशों से जहां 50 हजार से अधिक मातृशक्तियां शामिल हुईं। सात दिनों तक ऑनलाइन हुए इस अखिल भारतीय योग शिविर का समापन 21 जून, रविवार को सुबह 7.30 बजे होगा। शिविर की शुरुआत योग से होगी। उसके बाद मुख्य वक्ता पद्यश्री निवेदिता भिडे जी का मार्गदर्शन सभी मातृशक्तियों को मिलेगा। इसका सीधा प्रसारण समिति के फेसबुक पेज व वेबसाइट पर होगा।
ग्वालियर की मातृशक्तियों ने भी दी आहूतियां
समिति के इस शिविर रूपी यज्ञ में ग्वालियर की भी महती भूमिका रहीं। यहां की मातृशक्तियों ने भी शिविर को सफल बनाने में आहूतियां दी। शिविर में ग्वालियर में प्रतिदिन 50 से 55 प्रतिभागी भागीदार बने। योग के माध्यम से महिलाओं को नित-नए आयामों से अवगत कराया गया और जीवन में खुशियां घोलने का प्रयास किया।