प्रधानमंत्री तक पहुंचा ईपीएफ घोटाला, निगम में मचा हड़कंप

प्रधानमंत्री ने प्रमुख सचिव को लिखा पत्र

Update: 2020-08-09 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। नगर निगम में आउटसोर्स कर्मचारी देने वाली फर्म राज फोर्स सिक्यूरिटी द्वारा कर्मचारियों का पीएफ/ईपीएफ जमा करने का मामला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास तक जा पहुंचा है। जिसके चलते नगर निगम में बैठे अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। उधर नगर निगम के कर्मचारी नेता विष्णु शर्मा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को की गई इस घोटाले की शिकायत के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा 30 मई 2020 को मुख्य सचिव मप्र शासन को पत्र लिखकर कहा है कि इस मामले में यथोचित कार्रवाई कर याचिकाकर्ता को जवाब भेजें और इसकी एक प्रति पोर्टल पर अपलोड कराकर डालें। इसके साथ ही आर्थिक अपराध अनवेषण ब्यूरो के जांच अधिकारी भीष्म प्रसाद तिवारी ने 15 जुलाई को एक पत्र श्री शर्मा को लिखकर अधिकारियों, कर्मचारियों एवं आउटसोर्स कंपनी द्वारा किए गए ईपीएफ घोटाले के दस्तावेज सहित उपस्थित होने को कहा था।

यहां बता दें कि स्वयं सेवक अधिकारी-कर्मचारी संघ की शिकायत पर ईओडब्ल्यू में दर्ज हुई शिकायत में बताया गया है कि राज सिक्यूरिटी एंजेसी के माध्यम से निगम में 1882 कर्मचारी कार्य कर रहे हैं और उनमें से 531 कर्मचारियों का पीएफ/ईपीएफ ही जमा किया जा रहा है और 1351 कर्मचारियों का पीएफ/ईपीएफ जमा न कर लगभग हर साल 4.5 करोड़ का घोटाला किया गया है। साथ ही भविष्य निधि कार्यालय में अप्रैल से नवंबर 2018 तक के 50 लाख राशि जमा है और ईसीआर/टीएक्सटी के 50 लाख बकाया है। साथ ही सिक्यूरिटी एंजेसी द्वारा जांच के दौरान भोपाल भवष्यि निधि आयुक्त मुकेश सिंह रावत के सामने वर्तमान में ग्वालियर नगर निगम में 2232 कर्मचारी कार्यरत होने की जानकारी दी है।

कई कंपनियां हड़प चुकी हैं पैसा

निगम में वर्ष 2017 में आई राज सिक्यूरिटी सर्विस से पहले ठेकेदारी पर कर्मचारी देने वाली फर्म ग्लोबल व सेंगर सिक्यूरिटी द्वारा भी लगभग 900-900 कर्मचारियों के पीएफ/ईपीएफ हड़प चुकी है और भोपाल भविष्य निधि कार्यालय तक पहुंची जांच में दोनों सिक्यूरिटी फर्मों को भी जांच के फेरे में लिया जा चुका है।

Tags:    

Similar News