रेल रोकने जा रहे किसान स्टेशन पहुंचने से पहले गिरफ्तार, प्रशासन रहा सतर्क
ग्वालियर। कृषि कानून एवं लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने रेल रोको आंदोलन की घोषणा की थी। सोमवार की दोपहर 12 बजे सभी प्रदर्शनकारी फूलबाग पर एकत्रित हुए। पुलिस ने स्टेशन से लेकर फूलबाग तक के रास्ते को छावनी में बदल दिया। किसान एकत्रित होकर स्टेशन के लिए निकले थे। तभी रानी लक्ष्मीबाई समाधि के पास भी किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान एआईकेएस के अखिलेश यादव की पुलिस अधिकारियों से बहस भी हो गई।
उधर जीआरपी और आरपीएफ के साथ-जिला प्रशासन व स्थानीय पुलिस प्रशासन ने रेलवे स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया। दोपहर 12 बजे के बाद सर्कुलेटिंग एरिया के मुख्य द्वार पर बैरीकेड लगा दिए गए थे। साथ ही स्थानीय पुलिस द्वारा वाटर केनन और आंसू गैस की भी तैयारी रखी थी। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को फूलबाग पर ही गिरफ्तार लिया। जिसके चलते प्रदर्शनकारी स्टेशन तक नहीं पहुंच सके थे। प्रदर्शन को लेकर जीआरपी एडीशनल एसपी प्रतिभा मैथ्यू, एडिशनल एसपी सतेंद्र सिंह तोमर, डीएसपी शुभा श्रीवास्तव, एसडीएम प्रदीप तोमर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी दोपहर क स्टेशन पर मौजूद रहे।
आरपीएफ जवान पटरी पर करते रहे पेट्रोलिंग: किसान आंदोलन को लेकर इंटेलिजेंस के अधिकारी अलर्ट मोड़ थे। सोमवार की सुबह से ही आरपीएफ जवान बिरलानगर, सिथौली, आंतरी, बानमौर, डबरा, नूराबाद, मुरैना तक पेट्रोलिंग करते नजर आए।