अस्पताल प्रबंधन की मांग, आँख निकालने का झूठा आरोप लगाने वालों पर हो एफआईआर
ग्वालियर। जयारोग्य समूह के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज आरके पुनियानी की मौत के बाद परिजंनों ने रविवार को हंगामा किया था। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही एवं मरीज की आँख निकाल लेने का आरोप लगाया था। जिसके बाद प्रशासन ने शव का परिक्षण करा अंतिम संस्कार कर दिया गया था। अब अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजनों के खिलाफ एफआईआर कराने की मांग की है। अस्पताल प्रबंधन का आरोप है की परिजनों ने चिकित्स्कों एवं अस्पताल प्रबंधन पर झूठे आरोप लगाए एवं हंगामा कर मरीजों के इलाज में बाधा डाली है।
दरअसल, शनिवार 8 अगस्त की रात करीब 11 बजे एक कोरोना संक्रमित मरीज आरके पुनियानी की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जिसकी सूचना परिजनों को रात में देने के बाद शव को मोरचुरी में रखवा दिया गया था। इसके बाद परिजनों ने दूसरे दिन रविवार सुबह 9 बजे अस्पताल पहुँचकर हंगामा शुरू कर दिया था। परिजनों द्वारा किये गए इस हंगामे को लेकर अस्पताल प्रबंधन परिजनों के खिलाफ एफआईआर की मांग कर रहा है। अस्पताल प्रबंधन का आरोप है की मृतक के परिजन द्वारा 3 घंटे तक किये गए उत्पात के दौरान सुबह की शिफ्ट में आने वाले चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ को अस्पताल में प्रवेश नहीं कर पाये। जिसके चलते अस्पताल प्रबंधन को भर्ती मरीजों का समय पर उपचार करने में देरी हुई। जिससे कई मरीजों के स्वास्थ्य में गिरावट आई एवं गंभीर स्थिति में पहुंच गए।
इसके साथ ही परिजनों ने अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं होने, इलाज में लापरवाही करने , मरीज को ऑक्सीजन नहीं लगाने एवं आँख निकलने के के गंभीर आरोप लगाए थे। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा परिजनों को शव का परिक्षण करवाया एवं संतुष्ट होने के बाद अंतिम संस्कार किया गया। अस्पताल प्रबंधन का कहना है की सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल सभी आधुनिक सुविधाओं से पूर्ण कोरोना समर्पित अस्पताल है। जहाँ पिछले 6 माह से लगातार मरीजों का इलाज किया जा रहा है। मृतक पुनियानी के परिजनों द्वारा अस्पताल प्रबंधन पर झूठे निराधार आरोप लगाने से अस्पताल की छवि धूमिल हुई है एवं मरीजों का इलाज कर रहें कोरोना वारियर को मानसिक आघात पहुंचा है। जिसके चलते कंपू थाना प्रभारी से मरीज के परिजनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है ताकि कोरोना वारियर्स का मनोबल बढ़ सकें। साथ ही झूठी अफवाह फैलाने वालों को सबक मिलें।