ग्वालियर, न.सं.। कोरोना वायरस के कारण शहर के शासकीय स्कूल बंद हैं। बच्चों की पढ़ाई सोशल मीडिया के माध्यम से हो रही है। शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को पढ़ाई से संबंधित सभी जानकारी उनके व्हाट्सअप पर उलब्ध कराई जा रही है जिससे बच्चे घर बैठे पढ़ सकें। लेकिन इस संबंध में शिक्षकों द्वारा भेजी हुई जानकारी का फीड बैक बच्चों व उनके अभिभावकों से नहीं लिया जा रहा है, जिसमें ग्वालियर जिले की स्थिति कतई संतोषजनक नहीं है।
जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) विकास जोशी द्वारा इस संबंध में मंगलवार को जिले के 140 हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी प्राचार्य व विकास खंड शिक्षा अधिकारी की सिस्को वेबैक्स पर ऑनलाइन समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा चलाए जा रहे डिजीलीप कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षकों की अहम भूमिका पर विशेष रूप से संकुल प्राचार्य को निर्देशित किया कि शिक्षक स्टडी मटेरियल को समय से ग्रुप में डालें तथा छात्रों से बातचीत करें और उनका समर्थन फॉर्म भी भरवाएं। अभी समर्थन फॉर्म में ग्वालियर जिले की स्थिति संतोषजनक नहीं है। मात्र 36 प्रतिशत शिक्षकों ने ही समर्थन फॉर्म की प्रविष्टि की है,
इसके संबंध में संयुक्त संचालक लोक शिक्षण द्वारा भी अप्रसन्नता व्यक्त की गई। श्री जोशी ने शिक्षकों को जबरदस्त फटकार भी लगाई है। श्री जोशी ने कहा कि 22 जून से दूरदर्शन पर आओ सीखें अंग्रेजी का प्रसारण किया जा रहा है। सभी प्राचार्य अपने-अपने विद्यालय के सभी शिक्षकों एवं छात्रों को अवगत कराएं कि वह दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों को अनिवार्यता से देखें। डीपीसी संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि अभी हाल ही में बीएसी एवं सीएसी के पद पर जो भी शिक्षक नियुक्त किए गए हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त करें और उनकी जो भी समस्या है तो लिखित में जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत कराएं। एडीपीसी अशोक दीक्षित ने कहा कि पाठय पुस्तक निगम के द्वारा सभी विषयों की पुस्तकें विकासखंड शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध करा दी गई हैं।