ग्वालियर को 159 मिलीमीटर बारिश की जरुरत, दोपहर में पड़ी तेज बौछारों ने भिगोया शहर

Update: 2021-09-04 14:25 GMT

ग्वालियर।  बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बनने के साथ ही मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। इसके साथ ही मानसून की अक्षीय रेखा ग्वालियर के ऊपर से गुजर रही है। इसके चलते प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें पडऩे लगी हैं। ग्वालियर में भी शनिवार को दोपहर में लगभग 15 मिनट तक तेज बौछारें पड़ीं। इसके बाद शाम करीब साढ़े पांच बजे से बूंदाबांदी शुरू हो गई, जो रुक-रुककर देर रात तक जारी रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के विभिन्न भागों के साथ-साथ ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में भी कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार इस समय मानसून की अक्षीय रेखा पूर्व की ओर से मणिपुर, बीकानेर, ग्वालियर, वाराणसी, गया, मालता से होकर गुजर रही है। उधर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में आंध्र तट पर एक चक्रवात बना हुआ है, जो सोमवार को कम दबाव केक्षेत्र में बदलने जा रहा है। इसके प्रभाव से रविवार या सोमवार से ग्वालियर चम्बल सहित प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर तेज बारिश का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। बारिश का यह दौर चार से पांच दिन तक जारी रह सकता है। 

34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज - 

स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में शनिवार को अधिकतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 0.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 25.9 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर बना रहा। यह भी औसत से 0.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 83 और शाम को 81 प्रतिशत दर्ज की गई। 

शहर में अभी 159.6 मिलीमीटर बारिश की जरूरत- 

स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार सितम्बर अंत तक शहर में कुल 725.6 मिलीमीटर औसत बारिश होना चाहिए, जबकि अभी तक कुल 566.0 मिलीमीटर ही बारिश हुई है। अत: अभी शहर में 159.6 मिलीमीटर और बारिश की जरूरत है।

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