जयारोग्य में सुरक्षाकर्मियों की गुंडागर्दी, ऑटो देने के नाम पर मांगे एक हजार
भाई के उपचार के लिए पहुंची महिला छह घंटे होती रही परेशान
ग्वालियर, न.सं.। जयारोग्य चिकित्सालय में जहां मरीजों को छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ता है। वहीं अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों भी जमकर गुड़ागर्दी कर मरीजों के परिजनों के साथ अवैध वसूली कर रहे हैं। जिसका एक मामला शुक्रवार को सामने आया। जब एक महिला छह घंटे तक सुरक्षाकर्मियों के सामने गिड़-गिड़ाती रही।
माधौगंज निवासी महिला विद्या के 30 वर्षीय भाई का नेहरू पार्क के पास सड़क दुर्घटना में पैर टूट गया। इस पर महिला अपने ऑटो चालक पति अनुरागी के साथ अपनी ऑटो में शुक्रवार की दोपहर करीब एक बजे भाई को जयारोग्य लेकर पहुंची। अस्पताल पहुंचते ही महिला अपने पति के साथ आनन-फानन मे ट्रॉमा सेन्टर पहुंची और ऑटो को भी ट्रॉमा के बाहर ही खड़ा कर दिया। इसी बीच ड्यूटी पर मौजूद सुरक्षाकर्मी ट्रॉमा के पास पहुंचा और ऑटो की हवा निकलाकर ऑटो को पास में ही बने बिजली घर की झाडिय़ों में छुपा दिया। महिला का पति जब अपने साले को भर्ती कराकर कुछ समय बाद बाहर आया तो उसे ऑटो नहीं मिला। इस पर महिला व उसका पति ऑटो को खोजते रहे, लेकिन किसी ने भी ऑटो की जानकारी नहीं दी। इतना ही नहीं महिला सुरक्षाकर्मियों के सामने ऑटो के लिए रोती रही, लेकिन किसी ने भी उस पर तरस नहीं खाया। शाम करीब 6.30 बजे किसी मरीज के अटेण्डर ने उसे बताया कि ऑटो की हवा निकाल कर बिजली घर के पास छुपा दिया है। इसके बाद ऑटो मिल सकी। महिला का आरोप है कि जब वह लोगों के सामने ऑटो के लिए गिड़गिड़ा रही थी तो सुरक्षाकर्मी ने उससे दो हजार रुपए ऑटो के लिए मांगे थे। जब उसने कहा कि उसके पास पैसे नहीं है तो वह वहां से चला गया।
मुख्य सुरक्षा सुपरवाईजर के सामने बौना अस्पताल प्रबंधन
इधर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था सम्भाल रही बीबीजी कम्पनी के हेड सुरक्षा सुपरवाइजर को बाहर करने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने करीब एक माह पूर्व कम्पनी को निर्देश दिए थे। लेकिन हेड सुरक्षा सुपरवाइजर के सामने अस्पताल प्रबंधन के आदेश बौने साबित हो रहे हैं और अस्पताल में खुलेआम मरीज व उनके परिजनों के साथ वसूली की जा रही है।
इनका कहना है
मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। अगर मेरे पास शिकायत आती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. आर.के.एस. धाकड़, अधीक्षक, जयारोग्य चिकित्सालय