सावन के पहले सोमवार मंदिरों में उमड़े भक्त, घंटे घडिय़ालों से गूंज उठे शिवालय

Update: 2021-07-26 16:22 GMT

ग्वालियर। सावन माह के पहले सोमवार पर शहर के शिव मदिरों में श्रद्धालुओं का सुबह से तांता लगा रहा। मंदिर घंटे घडिय़ालों से गूंज उठे। उधर शाम को इंद्रदेव ने भी भगवान शिव का जलाभिषेक किया।

महिलाओं ने हिंदू परम्परा के अनुसार व्रत रखा। शहर के विभिन्न शिवालयों में शिवलिंग के दर्शन और पूजा-अर्चना करने वालों की भीड़ लगने लगी थी। सोमवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार मंदिरों में जलाभिषेक के लिए लगने लगी। सावन के पहले सोमवार पर शहर के बीचों बीच बने अचलेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ रही। लेकिन श्रद्धालुओं को सिर्फ बाहर से ही दर्शन करने दिए गए।

लाइन में लगे श्रद्धालुओं द्वारा बाबा शिव के जयकारों से उनमें आस्था का नजारा हर किसी की अंतरआत्मा को छू लेने वाला था। भक्तों के उद्घोष हर-हर, बम-बम, हर-हर भोले के बीच भक्त आगे बढ़ते जा रहे थे। महिलाओं व युवतियों, बच्चे भी भगवान की पूजा में भारी संख्या में मंदिर पहुंचे और बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया। सोमवार को कोटेश्वर मंदिर, गुप्तेश्वर मंदिर, धूमेश्वर मंदिर, नलकेश्वर मंदिर सहित सभी शिव मंदिरों में देखी गई। बेल पत्री, धतुरा, फूलों से सजी थाली लेकर महिलाएं मंदिरों के दर्शन करने पहुंची। मंदिरों में फूलों के चढ़ावे के कारण मंदिरों के शिवलिंगों तथा मूर्तियों को आज दिन में कई बार स्नान कराया गया।

दूध, दही, फलों के रस से अभिषेक: शहर के विभिन्न शिवालयों में अनेक धार्मिक आयोजन शुरू हो गए हैं। सुबह छह बजे भगवान भोलेनाथ की मंगला आरती की गई। इसके बाद सुबह नौ बजे से रुद्राभिषेक दूध, दही, शहद, गन्ने का रस, विभिन्न फलों के रस, गंगाजल, भांग, भस्मी, शक्कर, इत्र, गुलाब जल आदि से किया गया।

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