ग्वालियर। ग्वालियर लोकसभा सीट से प्रवीण पाठक के कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद नाराज चल रहे पूर्व सांसद रामसेवक सिंह गुर्जर बाबूजी के तेजेन्द्र नाथ की गली स्थित निवास पर श्री पाठक पहुंचे। श्री पाठक ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया, तब बाबूजी ने उन्हें मिठाई खिलाई। बाद में दोनों नेताओं के बीच कुछ देर बातचीत भी हुई। श्री गुर्जर ने बताया कि पाठक उनके निवास पर आए थे।यह बात सही है कि टिकट न मिलने पर मेरी नाराजगी है, लेकिन वरिष्ठ नेताओं से अभी कोई बात नहीं हुई है। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि वह बसपा में जा रहे हैं। यहां बता दें कि ग्वालियर लोकसभा से प्रवीण पाठक और रामसेवक सिंह के नाम चल रहे थे। छह अप्रैल को प्रवीण पाठक का नाम घोषित किया गया। चूंकि वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व सांसद गुर्जर से भी तैयार रहने को कह दिया था, इसलिए वह नाराज हैं। श्री पाठक इसके पहले भी उन्हें मनाने पहुंचे थे तब वह नहीं मिले थे। श्री गुर्जर में 2004 कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने जा चुके लेकिन पैसे लेकर सवाल पूछे जाने के मामले में उनकी सांसदी चली गई थी। इस बार पार्टी द्वारा प्रवीण पाठक को मैदान में उतारा गया है।
मितेंद्र के काफिले को रोका
युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए मितेंद्र दर्शन सिंह शुक्रवार को सुबह गाडिय़ों के बड़े काफिले के साथ गांधी प्रतिमा स्थल फूलबाग पहुंचे तो पुलिस ने काफिले को रोक लिया। तब वहां सीएसपी राजीव जंगले पहुंचे और आचार संहिता का हवाला देकर इतने वाहनों के साथ न चलने की नसीहत दी।जिसपर मितेंद्र ने उनके पैर छूकर कहा कि वह भोपाल में पदभार ग्रहण करने जा रहे हैं उनके वाहनों पर कोई झंडा या प्रचार सामग्री नहीं लगी है।तब पुलिस अधिकारी ने उन्हें जाने की इजाजत दे दी।
ग्वालियर की प्रबंध समिति में टिकट मांगने वालों के नाम नहीं
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा ने शुक्रवार को 15 ग्वालियर विधानसभा की 143 सदस्य प्रबंध संचालक समिति की घोषणा की है। मजेदार बात यह है कि इतनी लंबी सूची में उन नेताओं के नाम नहीं हैं जिन्होंने बड़े जोर शोर के साथ ग्वालियर विधानसभा से टिकट मांगा था। इनमें हाल ही में युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए मितेंद्र दर्शन सिंह सहित राजेंद्र सिंह तोमर, वीरेंद्र सिंह तोमर,सौरव सिंह तोमर, अशोक तोमर, योगेंद्र सिंह तोमर, अनूप तिवारी,रघु भदौरिया सहित कई नेताओं के नाम नहीं हैं।