ग्वालियर, न.सं.। कोरोना के साथ-साथ महंगाई भी रफ्तार पकड़ती जा रही है। महंगाई का सबसे अधिक असर खाद्य पदार्थों पर देखने को मिल रहा है, जिसमें सबसे अधिक दालें प्रभावित हो रही हैंं। कोरोना काल में जब लोगों को राशन मिलना मुश्किल हो रहा है और लोग आवश्यकता सें अधिक सामान खरीद रहे थे, तब दालें व अन्य खाद्य पदार्थ बहुत ही सस्ते थे। हालत यह थी कि अधिकतर सब्जियां पांच रुपए किलो तक बिक रही थीं। आज मांग कम होने के कारण यह खाद्य पदार्थ पहले की अपेक्षा बहुत महंगे हो गए हैं। कोरोना काल में जो तुवर 80 रुपए किलो में सहज में उपलब्ध हो जाती थी वही आज 130 रुपए किलो हो गई है। साथ ही सरसों का तेल और चायपत्ती भी बहुत महंगी हो गई है। महंगाई के कारण लोगों पर अतिरिक्त पैसों का भार पड़ रहा है।
बढ़े हुए भाव रुपए किलो में
वस्तुएं पूर्व भाव नए भाव
तुवर 80 125-130
चना 60 80
उड़द 90 110
मूंग 90 100
सरसों का तेल 100 120
रिफाइंड 95 110
चायपत्ती 200 300
यह भी हुए महंगे
बाजार में आलू 40 से 50, टमाटर 50 से 60, धनियां 200, गोभी 80, पत्ता गोभी 60, मैथी 120, पालक 40, तोरई 60, हरी मिर्च 80, खीरा 40, प्याज 40 से 60, भिण्डी 60, ग्वार 80 रुपए किलो के भाव से बिक रही हैं।
इनका कहना है:-
'बाजार में जिस प्रकार से दालें महंगी हो रही हैं उसी प्रकार से मांग नहीं हैं। स्टॉक सीमित होने के कारण सटोरियों द्वारा दाल को महंगा करके बेचा जा रहा है।Ó
महेन्द्र पंजवानी, किराना कारोबारी