ग्वालियर में जल्द खुलेगा तारामंडल, शहरवासी कर सकेगे आकाशगंगा की सैर
वर्चुअल माध्यम से जान सकेंगे खगोलीय घटना
ग्वालियर। अंचल की धरोहरों की जानकारी देने के उद्देश्य से स्मार्ट सिटी द्वारा निर्मित डिजीटल संग्रहालय को सैलानियो द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है।इस कड़ी में स्मार्ट सिटी अब तारामंडल शुरू करने जा रही है। इसका कार्य पूर्ण हो चुका है. जल्द ही इसे सैलानियों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह नें जानकारी देते हुये बताया कि महाराज बाडा स्थित गोऱखी परिसर में बने डिजीटल संग्रहालय के साथ ही अब शहरवासी जल्द ही आकाशगंगा की सैर कर सकेगे। संग्रहालय में तारामंडल को बनाने का कार्य पूर्ण हो चुका है और जल्द ही इसमे मुख्य प्रोजेक्टर को लगाकर तारामंडल को शहरवासियो के लिये खोल दिया जायेगा। इस तारामंडल में प्रोजेक्टर के माध्यम से तारामंडल को दिखाया जाएगा और उसमे भ्रमण करने वाले ग्रहों की जानकारी भी दी जायेगी। जहाँ पर शहरवासी आकाश गंगा के बारे में जानेगे। तारामंडल के माध्यम से शहरवासी खगोलीय घटनाक्रम को डिजीटल फार्म में देखने के साथ साथ उनके बारे में विस्तृत जानकारी भी ले सकेंगे।
उन्होंने बताया की तारामंडल में मुख्य भाग के साथ विभिन्न गैलरिया भी बनाई गई है, जिनके द्वारा यहां आने वाले सैलानियो को अंतरिक्ष और खगोलीय शास्त्र और इससे जुडे साइंटिस्टो के बारे में विस्तार से डिजीटल फाँर्म में जानने औऱ समझने का भी मौका मिलेगा।
ये रहेगा खास -
- ब्रहमांड और सौरमंडल गैलरी – इस गैलरी में ब्रहमांड के सृजन से लेकर वर्तमान खगोलीय स्थिती को विस्तृत रुप से दर्शाया गया है।
- इसरो (इंडियन स्पेश रिसर्च आर्गेनाइजेशन) गैलरी – इस गैलरी में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संघटन द्वारा किये गये कार्यो व अनुसंधानो का विवरण दिया गया है। साथ ही इसरो संस्थान की प्रमुख उपलब्धियो को भी डिजीटल माध्यम से दर्शाया गया है।
- हॉल ऑफ फेम गैलरी – इस गैलरी में अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले वैज्ञानिको के बारे में विस्तार से बताया गया है।
- अंर्तराष्ट्रीय स्पेस गैलरी – इस गैलरी में वेश्विक स्तर पर किये जा रहे विभिन्न अनुसंधान, कार्य तथा मिशन इत्यादी के बारे में जानकारी प्रदान की गई है इसके अलावा अंर्तराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से संबंधित जानकारी को विस्तार पूर्वक दर्शाया गया है।
- अंतरिक्ष विज्ञान में भारतीय योगदान गैलरी – इस गैलरी में नक्षत्र, प्राचीन अंतरिक्ष खगोलशास्त्र के भारतीय योगदान और महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है