न माला चढ़ी, न प्रसाद बंटा, दूर से ही किए दर्शन,खुले मंदिर व धार्मिक स्थल

सामाजिक दूरी व दिशा-निर्देशों का हुआ सख्ती से पालन

Update: 2020-06-09 01:08 GMT

ग्वालियर, न.सं.। सरकार की गाइड-लाइन के अनुसार ढाई माह के बाद सोमवार को शहर के धार्मिक स्थल खुल गए, लेकिन इस दौरान न भगवान पर माला चढ़ी, न प्रसाद बंटा। भक्त दूर से ही भगवान के दर्शन करके चले गए। साथ ही गुरुद्वारा में कीर्तन हुआ और मस्जिद में नमाज भी पढ़ी गई। इस दौरान लोगों ने दो गज की दूरी का पालन भी किया। प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार धार्मिक स्थलों के बंद होने का समय अब सायं 7 बजे तक निर्धारित किया गया है। इसके बाद कोई भी धार्मिक स्थल नहीं खुलेगा।

श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर में विराजमान शिवलिंग की पूजा करने के लिए भक्त सुबह से ही पहुँचना शुरू हो गए। जब भक्त भगवान पर पुष्प और प्रसाद चढ़ाने लगे तो पुजारियों ने यह कहकर मना कर दिया कि भगवान पर न माला, न दूध और न ही प्रसाद चढ़ाया जाएगा। दूर से ही दर्शन करके बाहर निकले। इसके बाद जब मंदिर में भक्तों की भीड़ अधिक होने लगी और नियम टूटने लगे तो मंदिर पदाधिकारियों ने तुरंत मंदिर को बंद कर दिया। इसके बाद भक्त बाहर से ही भगवान के दर्शन करके लौट गए। सोमवार होने के कारण दर्शनों का सिलसिला शाम तक चलता रहा।

पहले सेनेटाइज किया फिर दिया प्रवेश

शहर के अधिकतर मंदिरों में जिन भक्तों ने मास्क लगाए थे, उन्हें ही प्रवेश दिया गया। इसके बाद भक्तों के हाथों को सेनेटाइज कर दो गज की दूरी में बनाए गए गोल घेरों में खड़ा किया गया। इसके बाद भक्तों को मंदिर में प्रवेश कराकर दूर से भगवान के दर्शन कराए और अन्य द्वार से बाहर निकाल दिया गया। वहीं कई मंदिरों पर भक्तों के हाथ भी साबुन से धुलवाए गए। राम मंदिर में भक्तों ने दूर-दूर बैठकर भगवान की स्तुति भी की।

यहां कम दिखी भक्तों की संख्या

श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर को छोड़कर सनातन धर्म मंदिर, काली माता मंदिर, श्री सांई बाबा मंदिर, राम मंदिर, गरगज हनुमान मंदिर एवं खेड़ापति मंदिर पर भक्तों की संख्या बहुत ही कम रही। इन स्थानों पर जितने भी भक्त आए उन्होंने नियमों का पालन करते हुए भगवान के दर्शन किए। कोरोना वायरस को लेकर भक्त भी डरे हुए हैं और वे खुद ही नियमों का पालन कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर प्रशासन का आदेश नहीं आने के कारण रोकडिय़ा सरकार पर भक्तों को प्रवेश नहीं दिया गया। आने वाले भक्तों को बाहर से ही लौटा दिया गया।

'मंदिर खुलने से आज एक सकारात्मक माहौल देखने को मिल रहा है। यहां आकर आज बहुत अच्छा लगा है।Ó

आशुतोष गुप्ता

भक्त

'सभी नियमों का पालन करके अगर भगवान के दर्शन करेंगे तो यह लाभ हमें आगे भी मिलता रहेगा। आज यहां दान चढ़ाकर और गरीबों को फल बांटकर शांति प्राप्त हुई है।Ó

जीतेन्द्र पचौरी

जीवाजीगंज

'मंदिर में भक्त कम ही आ रहे हैं। सभी नियमों का पालन करके दर्शन कर रहे हैं। आज इतने दिनों के बाद जब भक्त मंदिर में आए हैं तो मन को बहुत शुकून सा लग रहा है। भगवान अगर चाहेंगे तो सब कुछ फिर सामान्य हो जाएगा।

संजय मुखरैया

पुजारी, सनातन धर्म मंदिर

'मंदिर में भक्तों के आने से हमें भी दान और भोजन मिलने लगा है। आज मन को बहुत अच्छा लग रहा है। भक्तों ने आते ही हमें चाय पिलाई और बिस्कुट भी दिए। पिछले ढाई माह से हम बहुत परेशान थे। सुनसान मंदिर अच्छे नहीं लगते।

रामदास सिंह

भिक्षुक

सोमवार से होटल, शॉपिंग मॉल एवं धार्मिक स्थल खोल दिए गए हैं, लेकिन अब कोविड-19 से बचाव के लिए इन स्थानों पर आप सभी को सावधानी रखनी होगी और एक दूसरे से 2 गज की दूरी पर रहना होगा। लोगों को चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा तथा साबुन या पानी से बार-बार हाथ धोने होंगे। रात्रि 9 से प्रात: 5 बजे तक पूरे ग्वालियर जिले की सीमा के अंतर्गत कफ्र्यू रहेगा।

-कौशलेन्द्र विक्रम सिंह

जिलाधीश

यह रहेगा बाजार खुलने का समय-

जिलाधीश के आदेशानुसार सभी सार्वजनिक स्थल, शॉपिंग मॉल व दुकानें शाम 07 बजे तक ही खुलेंगी। रेस्टोरेंट रात्रि 09 बजे तक खुले रहेंगे।

दाल बाजार छह बजे और सराफा सात बजे हुआ बंद-

शहर के अधिकतर व्यापारियों ने सोमवार को तय समय के अनुसार अपने-अपने संस्थानों को बंद कर लिया। इस दौरान दाल बाजार सायं 06 बजे और सराफा बाजार, नया बाजार सायं 7 बजे बंद हो गए। 

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