मुख्यमंत्री की होमस्टे में रह रहे प्रवासी भारतीयों से चर्चा, कहा- "अतिथि देवो भवः" को सार्थक करना इंदौर वासियों से सीखना चाहिए

Update: 2023-01-09 13:05 GMT

इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को इंदौर में होमस्टे में रह रहे प्रवासी भारतीयों से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा की जब हम इस इवेंट की तैयारी कर रहे थे।  उस समय ये विचार आया की पूरी दुनिया से आने वाले लोगों के आतिथ्य सत्कार में कोई कमी नहीं रह जाएं। अतिथि देवी भवः की परंपरा कायम रहें। 


हमारी कोशिश थी की ये सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम बनकर ना रह जाएं। जिसमें की सरकार ने बुलाया, अधिकारीयों ने व्यवस्था की।  कार्यक्रम संपन्न हुआ और सब अपने-अपने  घर। इस कार्यक्रम को इंदौर वासियों ने विदेशों से आने वाले मेहमानों को अपने घरों में ठहरने की जगह देकर  जनता का कार्यक्रम बना दिया।   

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 उन्होंने कहा की इंदौर वासियों की इस पहल के लिए मैं उन्हें दिल से धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने खुद आगे बढ़कर वालंटियर किया। प्रवासी भारतियों को अपने घरों में ठहराया। जब ये विचार जनता के बीच में लेकर पहुंचे तो दुविधा थी मन में लोग रहने और रखने के लिए तैयार होंगे या नहीं। हमारी इस दुविधा को इंदौर वासियों ने एकदम दूर कर दिया और खुद ही आगे बढ़कर आएं की हम अपने घरों में लोगों को निःशुल्क ठहराएंगे। इंदौर की जनता ने प्रवासी भारतीयों के लिए अपने घरों के दरवाजों के साथ दिल के भी दरवाजे खोलकर स्वागत किया है। वह उन्हें घर में रख ही नहीं रहे बल्कि उनकी आव भगत में जो बन सकता है सभी सुविधा दे रहें है। अतिथि देवी भवः की भावना को कैसे साकार किया जाता है, ये दुनिया को इंदौर वासियों से सीखना चाहिए।  

लोगों ने सुनाएं अनुभव - 

इस दौरान होम स्टे में रह रहे प्रवासी भारतीयों ने भी अपने अनुभव साझा किए। अमेरिका से आई एक महिला ने बताया की जब उन्होंने सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आ रही थी तो वह इस सोच में थी की कौन सा होटल बुक करें। इस दौरान उन्हें बताया गया की आप होम स्टे में रुक सकती है , जिसके लिए शुरू में परिवार वालों ने मना कर दिया। बाद में इसके लिए तैयार होते समय मन में ये बात आ रही थी की कहाँ रुकेंगे, कैसा घर होगा। लोग कैसे होंगे, कहीं परेशान ना हो जाएं। लेकिन जब इंदौर पहुंचे तो हमारे स्वागत के लिए हमें ठहराने वाला पूरा परिवार स्वागत में घर के बाहर खड़ा था। वो भी रात में तीन बजे हमारा ग्रैंड वेलकम हुआ। जिसकी हमें बिलकुल उम्मीद नहीं थी। सरकार की इस पहल और इंदौर की जनता की इस पहल को हम सलाम करना चाहेंगे।  

अनूठी पहल - 

बता दें की इंदौर के 100 से ज्यादा परिवार विदेशी मेहमानों की मेजबानी कर रहे है। इन परिवारों ने होटलों से भी आलीशान सजावट अपने घरों में मेहमानों के लिए की है। सरकार और इंदौर की जनता क इस पहल की हर तरफ तारीफ़ हो रही है।  होम स्टे में ठहरे प्रवासी भारतीयों का कहना है की ये बेहद सराहनीय कदम है। जो प्यार और सम्मान हमें अपने मेजबान परिवार से मिल रहा है, उस हम होटल में ठहरकर मिस कर देते। 

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