मप्र में उप्र वाला इफेक्ट : रायसेन में उपद्रवियों के घर पर चला बुलडोजर
खूनी संघर्ष में एक की मौत, 38 घायल
रायसेन। जिले के सिलवानी थाना क्षेत्र अंतर्गत प्रतापगढ़ जैथानी के पास स्थित ग्राम खमरिया पौड़ी में बीती रात रास्ते से निकलने को लेकर हुआ विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया। मामूली विवाद ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि दो पक्ष आपस में भिड़ गए और उनके बीच मारपीट के बाद जमकर हथियार और गोलियां तक चल गईं। दोनों पक्षों ने दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस हमले में करीब 38 लोग घायल हुए हैं, जबकि एक राजू नाम के युवक की मौत हो गई है। 32 घायलों को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव में चार थानों की पुलिस पहुंची और मामला शांत कराया।
प्रशासन का बुलडोजर -
मामले में प्रशासन ने भी शनिवार को कार्रवाई करते हुए चारों आरोपितों के मकान तोड़ दिए। उधर घायलों का हाल जानने के लिए शनिवार दोपहर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमीदिया अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये, 3 गंभीर घायल को 2-2 लाख रुपये और बाकी घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की।
ये है घटना -
जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात गली से निकलने की बात को लेकर दो समुदायों में विवाद शुरू हुआ। आदिवासी समाज के दो लड़के गली से निकल रहे थे। इसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों से उनकी कहासुनी हो गई और सामने वाले पक्ष ने हाथ उठा दिया। इसके बाद आदिवासी लड़कों ने 5-6 दोस्तों को बुला लिया। फिर दोनों पक्षों में मारपीट हुई, लेकिन बड़े-बुजुर्गों ने मामला संभालते हुए राजीनामा करवा दिया। हालांकि, तब तक दोनों तरफ के सैकड़ों लोग लाठी-डंडे लेकर मौके पर पहुंच चुके थे।
दुकानों में लगाई आग -
इसके बाद आदिवासी समाज के लोगों ने आरोपित और उसके 3 बेटों की दुकान और 5 बाइक को आग लगा दी। जवाब में आरोपितों ने कई फायर किए, जिनसे निकले छर्रे लगने से आदिवासी समाज के अनेक लोग घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। उपद्रव में 38 लोगों को गंभीर चोट आई है। 6 की हालत नाजुक है। 32 घायलों को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें 13 साल की लड़की भी शामिल है। घायलों के इलाज के लिए डॉक्टरों की विशेष टीम लगाई गई है।