अभी 6 विधायक और छोड़ेंगे कांग्रेस?

कांग्रेस विधायक बाबू जण्डेल ने कमलनाथ सरकार के पतन के बाद किया था दावा

Update: 2020-10-28 10:38 GMT

भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे राजनीति नये-नये रंग दिखा रही है। हालांकि इन सभी 28 सीटों पर उम्मीदवारों का भविष्य यहां के मतदाता ही तय करेंगे और यह उम्मीदवार ही प्रदेश की राजनीति और सत्ता का भविष्य भी तय करेंगे। लेकिन 28 सीटों पर हो रहे चुनाव के बाद अचानक दमोह से वर्तमान विधायक राहुल सिंह लोधी का अचानक पद से इस्तीफा और कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होना सभी को चौंका देने वाला घटनाक्रम माना जा रहा है । इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस विधायक बाबू जण्डेल का अप्रैल 2020 में दिया गया वह बयान राजनीतिक गलियारों में हिचकोले लेने लगा है, जिसमें बाबू जण्डेल ने दावा किया था कि कांग्रेस के 35 विधायक पार्टी को अलविदा कहेंगे और वर्तमान विधानसभा के लिए आने वाले दिनों में 35 सीटों पर उप चुनाव होंगे। विधायक बाबू जण्डेल द्वारा यह बयान क्यों और किस गणित के आधार पर दिया गया था, इसका खुलासा तो वही कर सकते हैं, लेकिन यदि उनके दावे पर गौर करें तो अभी तक मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों पर उप चुनाव हो रहे हैं और एक सीट हाल ही में दमोह विधायक राहुल सिंह लोधी के कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल होने के बाद रिक्त हो चुकी है। अर्थात अब तक 26 विधायक कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं और तीन विधायकों का निधन होने के कारण सीट खाली हुई हैं। बाबू जण्डेल के गणित के हिसाब से अभी कांग्रेस के 6 और विधायक पार्टी को अलविदा कहेंगे। मंगलवार को राजनीतिक गलियारों में जिस तेजी के साथ विधायक तरबर लोधी के इस्तीफे को लेकर दावे किए गए उसके बाद इस बात को बल मिला है कि कांग्रेस में विधायकों के पलायन का सिलसिला अभी थमा नहीं है।

विधायक राहुल सिंह लोधी से पहले उनके भाई बड़ामलहरा विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने भी कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा का कमल थाम लिया था। वहीं अब लोधी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामगोपाल सिंह लोधी ने यह दावा किया है कि बहुत जल्द ही सागर के बंडा विधायक तरवर सिंह लोधी भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में आने वाले हैं।

रामगोपाल लोधी का दावा

लोधी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम गोपाल लोधी के दावे ने राजनीतिक सरगर्मियां और बढ़ा दी हैं क्योंकि, जहां एक और तरवर सिंह लोधी अब तक कांग्रेस प्रत्याशी पारुल साहू के प्रचार में जुटे हैं और खुद उन्होंने कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने की बात को खारिज किया है, उल्टा उन्होंने राहुल सिंह लोधी के विषय में नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी समाज और क्षेत्र की जनता कभी माफ नहीं करेगी ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष का पहले भरे मंच से और फिर मीडिया में भी तरवर सिंह लोधी का नाम लेना कई सवाल खड़े कर रहा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या वाकई राष्ट्रीय अध्यक्ष के दावे में कोई हकीकत है या केवल राजनीतिक दांव।

कैलाश विजयवर्गीय के संपर्क में 4 कांग्रेस विधायक

प्रदेश में होने वाले 28 विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीति का पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। मतदान से पहले कांग्रेस विधायक राहुल लोधी अचानक कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हो गए। लिहाजा उपचुनाव में कांग्रेस की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने द्वारा लगाए खरीद-फरोख्त के आरोपों पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार किया है। कैलाश विजयवर्गीय कांग्रेस के चार और विधायक के संपर्क में होने का दावा कर चुके हैं, ऐसे रामगोपाल का दावे को दमदार माना जा रहा है, जिसकी तस्वीर इस्तीफे के बाद ही साफी होगी।

कमलनाथ लगा रहे खरीद फरोख्त का आरोपपूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूर्व विधायक राहुल लोधी को लेकर भाजपा पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा को स्पष्ट लग रहा है कि इस चुनाव के क्या परिणाम आने वाले हैं। 10 नवंबर का इतना डर लग रहा है कि वे फिर से बाजार में चल पड़े हैं कि जो मिल जाए उसे खरीद लो। मुझे कई विधायकों के फोन आए हैं कि भाजपा उनको फोन कर रही है और ऑफर दे रही है। उन्होंने कहा कि मार्च महीने में मैंने सौदेबाजी की राजनीति से इनकार कर दिया था। सौदेबाजी की राजनीति मैं भी कर सकता था। मैंने चुनाव आयोग को आज पत्र लिखा है कि ये चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए।

आलाकमान के बयान कांग्रेसियों को नहीं आ रहे रास

विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस के आलाकमान कह रहे हैं, चीन की सेना भारत में 12 हजार किलोमीटर अंदर घुस चुकी है। इस तरह की बातें करके वे कहीं न कहीं भारतीय सेना का अपमान कर रहे हैं। लिहाजा इस तरह की बयानबाजी उनके नेताओं और कार्यकर्ताओं को पसंद नहीं आ रही है, इसलिए वे पार्टी छोडक़र भाजपा में आ रहे हैं।

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