गुना। बमौरी विधानसभा उपचुनाव का अब आखरी दौर आ गया है। हालांकि अभी उपचुनाव की उलटी गिनती शुरु नहीं हुई है, किन्तु कहा जा सकता है कि चुनाव सिर पर पहुंच चुका है। चूंकि हर बार की तरह इस बार भी मुकाबला दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है। इसलिए जीत-हार की चर्चाएं भी इन दोनों दलों के बीच ही सिमटकर रह गईं है।
फिलहाल पलड़ा भाजपा का भारी है, किन्तु कांग्रेस भी माहौल अपने पक्ष में करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। उपचुनाव के लिए मतदान 3 नवंबर को होना है। इस हिसाब से अब इसमें सिर्फ चार दिन का समय शेष रह गया है। ऐसे में शुरु से ही उपचुनाव को काफी गंभीरता से ले रही भाजपा इस आखरी दौर में अपना पूरा जोर लगा रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस भी मतदाताओं को लुभाने की भरपूर कोशिश कर रही है। कौन अपने प्रयास में कामयाब हो पाता है? यह तो आने वाली 10 नवंबर को मतगणना के साथ ही पता चल सकेगा। फिलहाल तो समय अटकलों एवं कयास लगाने का है। जो लगाई भी जा रहीं है।
दूसरी बार एक साथ आएंगे शिवराज और सिंधिया
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी महैन्द्र सिंह सिसौदिया के लिए समर्थन जुटाने कल 31 अक्टूबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं राज्य सभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया बमौरी आ रहे है। नेताद्वय इस दौरान मारकीमहू में एक चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। चुनावी मौसम में प्रचार करने दोनों नेता दूसरी बार एक साथ आ रहे है। इससे पहले दोनों अलग-अलग भाजपा प्रत्याशी महैन्द्र सिंह सिसौदिया के लिए जनसमर्थन जुटाने का प्रयास कर चुके है। माना जा रहा है कि प्रचार के आखरी दौर में दोनों नेताओं की सभा जहां माहौल को पूरी तरह भाजपा के पक्ष में करने में सफल होगी तो भाजपा कार्यकर्ताओं का भी उत्साह बढ़ाएगी।
भाजपा एकजुटता से लग रही चुनाव
उपचुनाव को भाजपा एकजुटता के साथ लड़ रही है।शुरुआती दौर से ही भाजपा ने चुनाव में अपनी ताकत झोंकना शुरु कर दी थी। भाजपा प्रत्याशी महैन्द्र सिंह सिसौदिया खुद तो लगातार जनसंपर्क कर ही रहे है। साथ ही जिला स्तर पर भाजपाजन लगातार बमौरी में सक्रिय बने हुए है तो प्रदेश और राष्ट्रीय नेता भी लगातार अपनी आमद बमौरी में दर्ज करा रहे है। प्रचार के साथ ही चुनाव को लेकर रणनीति बनाने के लिए बैठकों आदि का दौर भी चल रहा है। जिसमें जहां तैयारियों की समीक्षा की जा रही है तो आगे की रणनीति भी पहले ही तैयार कर ली जाती है।
जेवी के कोरोना संक्रमित होने से बढ़ी परेशानी
कांग्रेस का चुनाव प्रचार भी जोरों पर चल रहा है। आम सभा और धूमधड़ाके के बजाए कांग्रेस मतदाताओं से सीधे संपर्क पर अधिक जोर दे रही है। प्रचार की कमान पूर्व में पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह एवं हुकूम सिंह कराड़ा ने संभाल रखी थी, किन्तु जेवी के कोरोना संक्रमित होने के बाद से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ी हुईं है। इसके मद्देनजर कांग्रेस का पूरा चुनाव प्रचार अपने प्रत्याशी कन्हैयालाल अग्रवाल के इर्द-गिर्द सिमटकर रह गया है। हालांकि यह भी सही है कि बमौरी में जितनी पूछ-परख खुद कन्हैयालाल की है, उतनी कांग्रेस की नहीं है। खुद कन्हैयालाल भी इसे समझ रहे है। तभी तो उन्होने प्रचार का केन्द्र बिन्दू खुद को बना रखा है। प्रचार के दौरान वह मतदाताओं को अपने विधायकी एवं मंत्री कार्यकाल की उपलब्धियां गिना रहे है।
चाचा करेंगे भतीजे की कमी पूरी
चुनाव प्रचार के आखरी दौर में कांग्रेस की ओर से अपने भतीजे जेवी की कमी पूरी करने चाचा लक्ष्मण सिंह मोर्चा संभालने जा रहे है। सिंह कल 31 अक्टूबर को बमौरी विधानसभा में सक्रिय जनसंपर्क करेंगे। इससे पहले भी लक्ष्मण सिंह क्षेत्र में कांग्रेस के लिए वोट मांग चुके है। शुक्रवार को राजस्थान की विधायक श्रीमती निर्मला सहरिया ने कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैयालाल अग्रवाल के लिए वोट मांगें।