भोपाल। प्रदेश में जारी चुनावी संग्राम के बीच आज दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह लोधी ने विधायकी पद और कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने एक बार फिर पूर्व सीएम कमलनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा की डबरा से भाजपा प्रत्याशी बहन इमरती पर टिप्पणी मामले में राहुल गांधी ने माफ़ी मांगी, लेकिमन कमलनाथ नहीं माने।कमलनाथ के व्यवहार से ऐसा लगता है राहुल की कांग्रेस अलग है और प्रदेश में कमलनाथ की कांग्रेस अलग है। प्रदेश में कमलनाथ ने सभी पद ले लिए है। वह सीएम रहे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं और विधानसभा में विपक्ष के नेता भी वे ही बन बैठे।इस तरह राज्य में बाकी कांग्रेस 'अनाथ' हो गयी है।
कांग्रेस नेता कमलनाथ की नीति से आहत -
उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज एक ऐसी पार्टी बन गई है, जिसकी न दिशा है और न ही गति है। कांग्रेस के वो नेता जो अपने क्षेत्र का विकास चाहते हैं, वो कमलनाथ जी की नीतियों से आहत हैं। राज्य में कांग्रेस बिखर रही है। इस दल ने सरकार में रहकर विकास के कार्य नहीं किए। चुनाव के समय किए गए वचन भी पूरे नहीं किए। तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाएं रोक दीं। कोरोना रोकने के लिए कुछ नहीं किया। इन सभी कारणों से कांग्रेस से लोगों का मोहभंग हो रहा है, वे कांग्रेस तथा विधायक पद छोड़ रहे हैं। कमलनाथ को आत्मचिंतन करना चाहिए कि कांग्रेस दुर्गति को क्यों प्राप्त हो रही है?
सीएम ने कहा की कभी मुझे नालायक कहा गया, तो कभी कहा गया कि मैं उनके पैरों की धूल नहीं हूं और एक ने तो भूखे नंगे तक कह दिया। हमलों से मुझे कोई अंतर नहीं पडऩे वाला। इससे न तो जनता का भला होगा और न ही कांग्रेस। कांग्रेस को विकास और जनस जनकल्याण की की बात करना चाहिए। उन्होंने राहुल सिंह लोधी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि सरकार दमोह क्षेत्र का विकास करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। वहां पर मेडिकल कॉलेज भी खोला जाएगा। वहां पर पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के नेतृत्व में भी विकास हुआ है।