दिग्विजय सिंह आये कमलनाथ के पक्ष में, चुनाव आयोग की कार्रवाई पर उठाये सवाल
इंदौर। निर्वाचन आयोग द्वारा कमलानथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीनने के बाद से नाराज कांग्रेस नेता इसका विरोध कर रही है। इस कार्रवाई से नाराज कांग्रेस नेता लगातार प्रतिक्रिया दे रहे है। राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने ट्वीट कर चुनाव आयोग की कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। वहीँ राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भी इस कार्रवाई पर सवाल उठाये है।
दिग्विजय सिंह ने इंदौर में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा की मैं चुनाव आयोग का सम्मान करता हूँ और हमारी शिकायतों पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए उन पर कार्यवाही भी की है, लेकिन कमलनाथ जी का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटाना स्वयं आयोग के नियमों और कानून का खुला उल्लंघन है। स्टार प्रचारकों का नाम सूची में जोडऩे और हटाने का अधिकार राजनीतिक दल को है न कि चुनाव आयोग को। हमने कल ही चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी है।
उन्होंने कहा की कमलनाथ जी ने डबरा में जो वक्तवय दिया उसके लिए जवाब मांगा गया था। 21 अक्टूबर का वक्तव्य था और 48 घण्टे का उन्हें नोटिस दिया गया और 48 घण्टे में कमलनाथ जी ने अपना जवाब दे दिया और 26 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव आयोग ने उन्हें एक एडवायजरी देकर भाषा को सयंमित रखने के लिए कहा और ये बात समाप्त हो गई।अब चुनाव आयोग ने उन्हें 13 अक्टूबर के भाषण का उल्लेख कर उन्हें स्टार प्रचारक की सूची से अलग कर दिया। इस तरह चुनाव आयोग ने अपने निर्देश और मान्यताओं का उललंघन किया है। उन्होंने आगे कहा की कमलनाथ ने जो शब्द कहे उससे ज्यादा गंभीर और आपत्तिजनक भद्दी बाते कमलनाथ जी के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय और वीडी शर्मा ने कही है उनको नोटिस क्यों नही दिया गया उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई, ये दोहरा मापदंड उचित नहीं है।