ग्वालियर अंचल के इस...दिग्गज नेता ने दिए भाजपा छोड़ने के संकेत
चुनावी साल में भाजपा में बगावत के मामले बढ़ने के आसार
ग्वालियर/भोपाल। मप्र में होने वाले विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक हलचल बढ़ने लगी है। कांग्रेस और भाजपा दोनों दल एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए हर दांव चलने को तैयार है। इसी बीच कई भाजपा नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की खबरें चल रही है। पिछले दिनों पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी कांग्रेस में शामिल होने के संकेत दे चुके है। अब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे और पूर्व सांसद अनूप मिश्रा को लेकर भी ऐसी खबरें चल रही है। जिसने भाजपा संगठन के नेताओं की नींद उड़ा दी है। चर्चा है की भाजपा के कई वरिष्ठ नेता संगठन और सरकार में अहम रोल ना मिलने से आने वाले दिनों में बगावत कर सकते है।
भाजपा नेता और पूर्व सांसद अनूप मिश्रा का नाम बगावती तेवर दिखाने वाले नेताओं की सूची में दीपक जोशी के बाद दूसरे नंबर पर है। उन्होंने एक न्यूज चैनल से बातचीत में इसके संकेत भी दिए है। उन्होने कहा कि मैंने इस बार ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। एक साल पहले ही पार्टी को अपनी इच्छा बता दी है। अब संगठन को इस संबंध में निर्णय लेना है। उन्होंने कहा कि यदि मैं इस सीट से चुनाव नहीं लड़ता हूँ तो ग्वालियर-चंबल की 34 विधानसभा सीटों पर इसका सीधा असर पड़ेगा। जो लोग अटल जी को अपना मानते है, विशेषकर ब्राह्मण समाज के लोग वोट करने ही नहीं जाएंगे। उन्होंने सिंधिया समर्थकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में जो नए लोग आए हैं। वह पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दे रहे है। ऐसे में कार्यकर्ता से लेकर आमजनों के मन में आक्रोश है।
कई बार दिखा चुके बगावती तेवर -
बता दें कि अनूप मिश्रा बीच-बीच में काई बार पार्टी को अपने तीखे तेवर दिखा चुके है। कुछ महीनों पहले वह भाजपा की बैठक छोड़कर चले गए थे, जिसके बाद पार्टी में खलबली मच गई थी। अब वह फिर एक बार बगावती रुख में दिखाई दे रहे हैं। माना जा रहा है की यदि भाजपा उनकी इच्छानुसार ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से टिकट नहीं देती है तो वह आने वाले दिनों में अपनी राहें पार्टी से अलग कर सकते हैं।