प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में सरदार भवन का किया लोकार्पण

Update: 2021-09-11 06:52 GMT

नईदिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शनिवार को अहमदाबाद में सरदारधाम भवन का लोकार्पण और सरदारधाम-द्वितीय चरण के कन्या छात्रालय के निर्माण के लिये भूमि पूजन किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि किसी भी शुभ काम से पहले हमारे यहां गणेश पूजन की परंपरा है। सौभाग्य से सरदारधाम भवन का श्रीगणेश ही गणेश पूजन के अवसर पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि कल श्रीगणेश चतुर्थी थी और अभी पूरा देश गणेशोत्सव मना रहा है। मैं आप सभी को गणेश चतुर्थी और गणेशोत्सव की हार्दिक बधाई देता हूं। 

उन्होंने कहा की हमारे प्रेरणास्रोत लौह पुरुष सरदार साहब के चरणों में भी मैं प्रणाम कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सरदार धाम के सभी सदस्यों को भी बधाई, जिन्होंने अपने समर्पण से सेवा के इस अद्भूत प्रकल्प को आकार दिया है। पाटीदार समाज के युवाओं के साथ-साथ गरीबों और विशेषकर महिलाओं के सशक्तिकरण पर आपका जो जोर है वो वाकई सराहनीय है। हॉस्टल की सुविधा भी कितनी ही बेटियों को आगे आने में मदद करेगी।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा की आज 11 सितंबर यानी 9/11 है। दुनिया के इतिहास की एक ऐसी तारीख जिसे मानवता पर प्रहार के लिए जाना जाता है। लेकिन इसी तारीख ने पूरे विश्व को काफी कुछ सिखाया भी! एक सदी पहले ये 11 सितंबर 1893 का ही दिन था जब शिकागो में विश्व धर्म संसद का आयोजन हुआ था। आज के ही दिन स्वामी विवेकानंद ने उस वैश्विक मंच पर खड़े होकर दुनिया को भारत के मानवीय मूल्यों से परिचित कराया था। आज दुनिया ये महसूस कर रही है कि 9/11 जैसी त्रासदियों का स्थायी समाधान, मानवता के इन्हीं मूल्यों से ही होगा।

उन्होंने आगे कहा की जब हम समाज के लिए कोई संकल्प लेते हैं तो उसकी सिद्धि के लिए समाज ही हमें सामर्थ्य देता है। इसलिए आज हम ऐसे कालखंड में जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं तो देश ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ-साथ सबका प्रयास का मंत्र दिया है। समाज के जो वर्ग, जो लोग पीछे छूट गए हैं, उन्हें आगे लाने के लिए सतत प्रयास हो रहे हैं। आज एक ओर दलितों पिछड़ों के अधिकारों के लिए काम हो रहा है, तो वहीं आर्थिक आधार पर पिछड़ गए लोगों को भी 10% आरक्षण दिया गया है।भविष्य में मार्केट में कैसी स्किल की डिमांड होगी, future world में लीड करने के लिए हमारे युवाओं को क्या कुछ चाहिए होगा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति स्टूडेंट्स को शुरुआत से ही इन ग्लोबल realities के लिए तैयार करेगी। 


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