आंदोलन का एक साल, कानूनों में कमी नहीं ढूंढ पाए किसान, अब ट्रेक्टर मार्च का किया ऐलान
नईदिल्ली। सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं ले रही है। इसलिए 29 नवंबर से किसान अपने ट्रैक्टरों-ट्रॉलियों में सवार होकर संसद भवन तक जाएंगे। यह किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार किसानों की मांग नहीं मान रही। ऐसे में किसान अपना आंदोलन और तेज करने जा रहे हैं।
टिकैत ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि सरकार को यह बात समझनी चाहिए कि किसानों के ट्रैक्टर अभी वहीं हैं और किसान भी वहीं हैं। किसान सरकार को जगाने और अपनी बात मनवाने के लिए एक बार पुन: 29 नवंबर को संसद भवन तक जाएंगे।
बता दें कि 29 नवबंर से संसद का शीलकालीन सत्र आरंभ हो रहा है। इसको देखते हुए संयुक्त किसान मोर्चे ने पहले ही घोषणा कर दी है कि 500 किसान हर दिन अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर संसद भवन तक जाएंगे। गौरतलब है की पिछले एक साल से कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन का रहे किसान नेता अब तक कृषि कानूनों में कोई कमी नहीं बता पाएं है। सरकार द्वारा वार्ताओं में कमियों को दूर करने और संसोधन का आश्वासन दिया गया था। लेकिन किसान नेता सरकार को अब तक इस मामले में स्पष्ट जवाब नहीं दे पाएं है।