बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन की कोरोना से मौत, तिहाड़ जेल ने की पुष्टि

Update: 2021-05-01 07:50 GMT

नईदिल्ली। बिहार के बाहुबली नेता एवं पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। आज सुबह लगभग 11.50 बजे दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल ने इसकी जानकारी दी।शहाबुद्दीन बीते एक सप्ताह से कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती थे और कल शाम से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। शनिवार सुबह डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल ने बताया कि बिहार के बाहुबली नेता एवं पूर्व सांसद शहाबुद्दीन दिल्ली की तिहाड़ जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे थे। एक सप्ताह पहले कोरोना संक्रमण के चलते उन्हें दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डीजी के अनुसार, उन्हें 20 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां लगातार उनकी तबीयत बिगड़ती गई और शनिवार सुबह उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। फिलहाल अस्पताल में पुलिस द्वारा जरूरी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं ताकि उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंपा जा सके।

6 कैदियों की हुई मौत -

तिहाड़ खेल में अब तक एक महिला कैदी समेत छह कैदियों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है। इनमें से चार कैदियों की मौत बीते चार दिनों में हुई। वहीं दो कैदियों की मौत बीते साल हुई थी।तिहाड़ जेल प्रशासन को बिहार के बाहुबली और राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन कोरोना संक्रमित होने का पता तब चला जब 20 अप्रैल को उनकी हालत अचानक बिगड़ने लगी। उनके शरीर में किस तरह के लक्षण देखे गए, इसे देखते हुए कोरोना संक्रमण की जांच की गई। जैसे ही रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई उसी वक्त जेल प्रशासन ने शहाबुद्दीन  को तुरंत तिहाड़ जेल के डॉक्टरों की निगरानी में दे दिया गया। इसके बाद शहाबुद्दीन की हालत में सुधार नहीं हुआ और उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया। शुक्रवार को शहाबुद्दीन की हालत बिगड़ गई और आज सुबह शहाबुद्दीन की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। 

ये है शहाबुद्दीन -

कभी बिहार में सरकार के समान्तर सत्ता चलाने वाले शहाबुद्दीन की बिहार में जरायम की दुनिया का बादशाह हुआ करता था। असल में खूंखार एसिड हमले के लिए सीवान के लोग बाहुबली शहाबुद्दीन  को भी याद करते हैं और इस घटना में चंदा बाबू के तीन बेटों गिरीश, सतीश और राजीव का बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। बदमाशों ने तेजाब से नहाकर गिरीश और सतीश की हत्या कर दी। जबकि इस मामले के चश्मदीद गवाह राजीव किसी तरह अपनी जान बचाकर बदमाशों के कब्जे से छूटे। लेकिन इसके बाद शहाबुद्दीन के गुर्गों ने राजीव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या से ठीक 18 दिन पहले राजीव की शादी हुई थी। इस घटना के बाद पूरे शहर में हड़कंप मच गया।

लालू यादव का करीबी - 

शहाबुद्दीन लालू प्रसाद यादव का करीबी माना जाता था। राज्य में राजद सरकार के दौरान शहाबुद्दीन सीवान में अपनी सरकार चलाया करता था और यहां तक लालू सीवान के मामलों में दखल नहीं देते थे। लेकिन राज्य में नीतीश कुमार सरकार आने के बाद शहाबुद्दीन के बुरे दिनों की शुरूआत हुई।

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