वीर बाल दिवस: राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से मिले पीएम मोदी, कहा - देश हित से बड़ा कुछ नहीं
Veer Bal Diwas : नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में 2024 के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से मुलाकात की और उनसे बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी ने चार साहबजादों की शहादत को याद करते हुए कहा कि, 'देश हित से बड़ा कुछ नहीं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज हम तीसरे वीर बाल दिवस के कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। हमारी सरकार ने साहिबजादों की वीरता और बलिदान को याद करने के लिए इस दिन को मनाना शुरू किया था...आज हमारे देश के 17 बच्चे पुरस्कार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने दिखा दिया है कि युवा और उनके परिवार कितने सक्षम हैं। आज मैं याद करूंगा जब साहिबजादों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह युवा थे, लेकिन उनका साहस उनसे कहीं अधिक था...वीर बाल दिवस का यह दिन हमें सिखाता है कि चाहे कितना भी कठिन समय क्यों न हो, देश और उसके हितों से बड़ा कुछ नहीं है।"
"साहिबजादों ने मुगल सल्तनत के हर लालच को ठुकराया, हर अत्याचार को सहा। जब उन्हें दीवार में चुनवाने का आदेश दिया गया, तो साहिबजादों ने उसे पूरी वीरता से स्वीकार किया। साहिबजादों ने प्राण देना स्वीकार किया, लेकिन आस्था के पथ से विचलित नहीं हुए। वीर बाल दिवस का ये दिन हमें सिखाता है कि चाहे कितनी भी विकट स्थितियां आएं, देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता। देश के लिए किया गया हर काम वीरता है।"
"साहिबजादों का जीवन हमें देश की अखंडता के साथ कभी समझौता नहीं करने की सीख देता है और संविधान भी हमें देश की संप्रभुता और अखंडता को प्राथमिकता देने की सीख देता है। इतिहास से लेकर वर्तमान तक, युवाओं ने हमेशा भारत की प्रगति में बड़ी भूमिका निभाई है...यह हमारे संविधान की वजह से है। "युवा शक्ति का ही कमाल है कि आज पूरी दुनिया भारत की ओर आशा और उम्मीदों से देख रही है। आज भारत में स्टार्ट-अप से लेकर विज्ञान तक...युवा शक्ति नई क्रांतियां ला रही है और इसीलिए हमारी नीतियों में भी युवाओं को सशक्त करना सरकार का सबसे बड़ा फोकस है। चाहे स्टार्ट-अप का इको-सिस्टम हो, अंतरिक्ष हो, अर्थव्यवस्था का भविष्य हो, खेल और फिटनेस सेक्टर हो, फिनटेक हो या मैन्युफैक्चरिंग उद्योग हो...सभी नीतियां युवा केंद्रित हैं।"